नई दिल्ली। राजधानी में प्रदूषण एवं ट्रेफिक जाम की बदतर होती स्थिति पर उच्चतम न्यायालय के सख्त रूख के बाद दिल्ली सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए कई कड़े निर्णय लिए हैं। इसमें एक दिन छोड़कर गाड़ी चलाने का प्रावधान भी शामिल है।
दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव ने बताया कि दिल्ली की सडकों पर ट्रेफिक की समस्या बढ़ रही है। इसीलिए सडकों पर चलने वाली गाडिय़ों की संख्या को दिन के हिसाब से बांट दिया है। ऐसे में सम और विषम संख्या की गाडिय़ों को वैकल्पिक हिसाब से सड़कों पर चलने की अनुमति दी जाएगी। सरकार के मुताबिक इस व्यवस्था को लागू करने के तरीके पर कई दौर की बैठकें होंगी। इस व्यवस्था से ट्रेफिक जाम के साथ प्रदूषण की समस्या पर भी नियंत्रण लगाने में मदद मिलेगी। हालांकि सरकार का कहना है कि इसे 1 जनवरी 2016 से लागू किया जाए।
इसी कड़ी में सरकार ने सड़कों की सफाई वैक्यूम मशीनों से कराने का निर्णय लिया है। सरकार का मानना है कि सड़कों पर उड़ती धूल से भी पर्यावरण दूषित होता है। ऐसे में सड़कों की सफाई हाथों की बजाय वैक्यूम मशीनों से कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि सडकों के किनारे जो कच्चा एरिया होता है, वहां से भी धूल मिट्टी उड़कर प्रदूषण फैलाती है। इसकी रोकथाम के लिए वहां पौधे लगाए जाएंगे।
इस संबंध में शुक्रवार को हुई दिल्ली मंत्रिमंडल की बैठक के बाद दिल्ली सरकार के मुख्यसचिव के. के. शर्मा ने सरकार के फैसलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग और पर्यावरण विभाग के आपसी समन्वय से कई योजनाएं बनाई गई हैं।
शर्मा ने बताया कि सरकार ने बदरपुर पावर प्लांट को बंद करने का निर्णय लिया। इससे प्रदूषण की समस्या काफी हद तक कम होगी। साथ ही इससे होने वाली बिजली की कमी अन्य साधनों से पूरी कर ली जाएगी। इसके अलावा दिल्ली सरकार दादरी थर्मल पॉवर प्लांट को बंद कराने के लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिखेगी। सरकार के मुताबिक इन दोनों प्लांट्स से दिल्ली में प्रदूषण बहुत ज्यादा फैल रहा है।
मुख्य सचिव ने बताया कि रात के 11 बजे तक दिल्ली में ट्रैफिक जाम बना रहता है। इसका कारण दिल्ली की सड़कों पर 9 बजे के बाद ट्रकों की आवाजाही है। ऐसे में सरकार ने फैसला लिया है कि अब ट्रकों की आवाजाही का समय रात के 9 बजे से बढ़ाकर 11 बजे कर दिया जाएगा।
प्रदूषण कंट्रोल के लिए एप
सरकार प्रदूषण कंट्रोल के लिए एक एप भी ला रही है। इससे बायो मास बर्निंग जैसी समस्या से बढ़ते प्रदूषण को रोका जा सकेगा। इसके साथ बाहर से आने वाली गाडिय़ों द्वारा फैलते प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार ने राजधानी की सीमा पर पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल यूनिट लगाने का फैसला किया है। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग के अधिकार क्षेत्र वाली सड़कों पर स्थित नगर निगम की पार्किंग हटाई जाएगी। इससे काफी हद तक ट्रेफिक जाम की समस्या पर रोक लगेगी।