रतलाम। पंखिड़ा रे उड़ी जाजो पावागढ़ रे.. मां काली ने जई के जो गरबो रमे रे….जैसे गरबागीतों और संगीत की धुन पर रंगीले परिधानों में सजी युवतियों द्वारा गरबारास की प्रस्तुति दर्शकों को आकर्षित कर रही है।
गुरूवार को प्रात:कालीन गरबारास में 500 से अधिक बालिकाएं व युवतियां ने मां शक्ति की आराधना में गरबारास किया। गरबा पाण्डाल को आकर्षक रांगोली सज्जा के साथ ढोल बजाते श्रीगणेश जी नृत्य करती युवतियां, नृत्य करते श्रीकृष्ण और मयूर तथा संगीत देते शहनाई, ढोल वादक की चलित प्रतिमाओं का चित्रण किया गया जो आकर्षक का केन्द्र बना हुआ है।
यहां प्रतिदिन हजारों दर्शनार्थी मां कालिका के दर्शनों का लाभ ले रहे है। मंदिर परिसर स्थित सत्संग सभागृह पर अखण्ड रामायण परायण किया जा रहा है गरबा गीतों की प्रस्तुति महेशसिंह सोलंकी, विनोद गेहलोत, मनीष कुमावत द्वारा दी जा रही है। सुबह-शाम महाआरती मंदिर के हेमंत पुजारी द्वारा की जा रही है।
श्री कालिकामाता सेवा मण्डल ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित नवरात्रि महोत्सव में गुरूवार को प्रात:कालीन गरबारास का शुभारंभ मुख्य अतिथि एरोकेम इंडट्रिज के निलेश पटेल (सपत्निक) ने माता पूजन, गरबा पूजन व दीप प्रज्जवलित कर किया।
बुधवार की शाम को मुख्य अतिथि श्री चिन्ताहरण बालाजी दरबार के गुरूदेव विजय उपाध्याय एवं उनके शिष्यों ने मां अन्नपूर्णा, मां कालिका, मां चामुण्डा, संतोषी माता, संकटा माता को भोग लगाकर बड़ी संख्या में उपस्थित निराश्रितों को भोजन परोसा।