जोधपुर। पुलिस पर हमला कर फरार हुए राजस्थान के सबसे बड़े गुंडे आनंदपाल को फिर से दबोचने में भले ही पुलिस नाकाम रही हो लेकिन ऐसे किसी गुंडे का फिर से भागना अब आसान नहीं होगा। दरअसल आनंदपाल की फरारी से सबक लेते हुए प्रदेश पुलिस ने अब ऐसा रास्ता निकाला है जिसे एक्सपर्ट फुल प्रुफ बता रहे हैं। यही कारण है कि पुलिस मुख्यालय की ओर से पूरे प्रदेश के एमटीओ को भी इसे देखने और फिर अपनाने के आदेश मिले हैं।
पिछले साल 3 सितम्बर को पेशी से वापस अजमेर ले जाते वक्त गंगवा गांव के पास कुख्यात बदमाश आनंदपाल पुलिस पर हमला कर भाग निकला था। तभी से प्रदेश की पुलिस के लिए वह सिरदर्द बन गया है। फिर से कोई आनंदपाल जैसा कुख्यात या उसके गुर्गे पेशी पर ले जाते वक्त नहीं भागे, इसके लिए नागौर पुलिस ने एक हाईटेक बस तैयार की है। नागौर पुलिस ने कई महीनों तक मेहनत कर इस बस को ही हाइटेक जेल में तब्दील कर दिया इस की सैंकड टू सैंकड मोनीटरिंग हो रही है. इस के अंदर और आगे-पीछे की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं. नागौर पुलिस द्वारा बनाई गई इस बस के मॉडल के सम्बध में पुलिस मुख्यालय ने पूरे प्रदेश के एसपी को निर्देश जारी किए हैं।
नागौर पुलिस लाइन के एमटीओ बलकरण सिंह ने बताया कि बस के आगे और पीछे एक-एक सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। इसके अलावा बस के अंदर भी एक कैमरा लगाया है. ये तीनों कैमरे डीवीआर सिस्टम से जुड़े हुए हैं। डीवीआर सिस्टम के पासवर्ड और लिंक नागौर के पुलिस कंट्रोल रूम और एसपी गौरव श्रीवास्तव के पास हैं।
बस में जीपीएस सिस्टम और थ्रीजी नेटवर्क वाली सिम लगे उपकरण लगे हैं। ऐसे में सीसीटीवी कैमरों के अंदर कैद होने वाली हर गतिविधि की मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम और एसपी द्वारा मोबाइल पर भी की जा रही है। बस के आगे और पीछे लगाए गए कैमरे 200 मीटर तक की गतिविधियों पर नजर रख सकते हैं और 30 से 40 मीटर के दायरे की हर चीज साफ नजर आती है।
बस को हाईटेक सिस्टम से जोड़ने के अलावा बस के अंदर तीन कम्पार्ट बनाए गए हैं. बस के पीछे की 13 सिटों का एक कम्पार्ट बनाया है. इस जालीदार लोहे क कम्पार्ट में एक छोटी खिड़की भी लगाई गई है। मुल्जिमों को इस जालीदार कम्पार्ट में बैठाने के बाद खिड़की को बाहर से बंद कर इस लॉक किया गया है।