भीलवाड़ा। गांवों में अब भी पंच और पंचायतों का हुक्म चलता है। इनके आगे कभी-कभी कानून भी बौना साबित होता है। ऐसा ही एक और मामला भीलवाड़ा जिले में सामने आया।
एक सरपंच ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक परिवार के साथ न केवल मारपीट की बल्कि उन्हें दबंगाई दिखाकर गांव से निकाल दिया। पुलिस ने इस सम्बंध में परस्पर मामले दर्ज कर जांच शुरू की। पंडेर थाना प्रभारी राजेन्द्रसिंह ने बताया कि थाने में दी रिपोर्ट में गुलाबपुरा निवासी नाहर सांवता ने टीटोड़ी के सरपंच राजकुमार जाट के साथ ही हंसराज, जगदीश, विश्राम, सोदान, मनराज आदि पर आरोप लगाया कि उक्त सभी लोग 26 जुलाई को उसकी होटल व घर पर आए और हमला कर दिया। इससे बहादुर, देबीलाल, धन्नी, सुनीता, नाहर सांवता, हेमराज, रामरतन को चोटें आई। रिपोर्ट में प्रार्थी ने यह भी बताया कि आरोपियों ने रातो-रात उन्हें गांव से बाहर भी निकाल दिया। प्रार्थी ने रिपोर्ट में बताया कि ४-५ माह पूर्व विश्राम ने उसे फोन पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। उधर, सरपंच राजकुमार जाट ने भी एक रिपोर्ट नाहरसांवता, देबीलाल, बहादुर आदि के खिलाफ दी, जिसमें बताया गया है कि नाहर सांवता अतिक्रमण कर पक्का निर्माण कर रहा था। इसे रोकने के लिए दस्तावेज पेश करने के लिए २६ जुलाई को नोटिस दिया गया। इसके बाद प्रार्थी भीलवाड़ा चला गया। शाम को वापस लौट रहा था। रात करीब नौ बजे गुलाबपुरा चौराहे पर आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया। इससे हंसराज, मनराज, रामप्रसाद के चोटें आई। पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर परस्पर मामले दर्ज कर जांच शुरू की।