अलवर। एक महिला मुख्यमंत्री के राज में राजस्थान शराबियों का स्वर्ग बना हुआ है। वसुंधरा राजे ने राज्यभर में पानी भले ही नहीं पहुंचाया लेकिन गांव-गांव शराब की दुकानें जरूर खोल दी हैं। अब लोग शराब ठेकों का विरोध कर रहे हैं तो ठेकेदार और उनके कारिंदे सरकार की शह पर लोगों पर हमला करने से भी नहीं चूक रहे हैं। ऐसा ही मामला अलवर शहर में सामने आया जहां शराब ठेके का विरोध कर रही महिलाओं ने बोतलों से हमला कर दिया गया। इससे कई महिलाएं घायल हो गईं।
शहर में रणजीत नगर स्थित सामुदायिक भवन के सामने खुली शराब की दुकान को बंद कराने के लिए प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर ठेकेदार एवं उसके आदमियों ने महिलाओं पर शराब की बोतलें फेंकी। जिससे कई महिलाएं घायल हो गई। आक्रोशित महिलाओं ने रणजीत नगर साठ फुट रोड पर जाम लगाकर जोरदार प्रदर्शन किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची। पुलिस ने महिलाओं को समझाइश कर सडक़ पर लगे जाम को खुलवाया।
रणजीत नगर सामुदायिक भवन के सामने आवासीय भूखण्ड में दस दिन पहले ही नियमों की अवहेलना करते हुए तीन दिन में दुकान का निर्माण कर शराब की दुकान खोल दी गई। इस आवासीय भूखण्ड में दुकान के निर्माण को लेकर कॉलोनीवासियों ने नगर विकास न्यास को शिकायत भी की थी लेकिन न्यास एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिससे ठेकेदार ने दुकान बनाकर शराब की दुकान खोल ली।
रविवार को सामाजिक कायकर्ता अनीता पंवार के नेतृत्व में महिलाओं ने इस शराब की दुकान को बंद कराने के लिए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान ठेकेदार एवं उसके आदमियों ने महिलाओं पर शराब की बोतलें एव काला तेल फेंका। इतना ही नहीं ठेकेदार के आदमियों ने आग लगाकर दुकान को जलाने का प्रयास भी किया। प्रशासन समय पर चेतता तो रणजीत नगर में आवासीय भूखण्ड पर दुकान नहींं बनती और न ही शराब की दुकान खुलती। पिछले दो माह से महिलाएं शराबबंदी के लिए आंदोलनरत हैं।