झुंझुनू। पूरे विश्व में बदलते मौसम को लेकर इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एनवायरमेंट एंडडवलपमेंट लंदन ने शोध शुरू किया है ताकि किसानों को कैसे लाभ मिले और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कौनसी योजना फायदा दे सकती है। इस इंस्टीट्यूट के तीन सदस्यों की टीम झुंझुनू पहुंची।
जहां पर फसल बीमा को लेकर सर्वाधिक राशि अलसीसर ब्लॉक में मिली है। जिसके चलते उन्होंने आठ दिनों तक अलसीसर ब्लॉक के गोखरी, कालियासर और टमकोर में किसानों और नरेगा मजदूरों से बातचीत की और अपना रिसर्च का काम पूरा किया। आठ दिनों तक गांवों में रहने के बाद अब यह टीम वापिस लौट गई है।
लेकिन इस टीम ने शुरूआती जानकारी में बताया कि फसल बीमा को लेकर चाहे देश या प्रदेश में कितने भी सवाल हो। लेकिन यह सामने आया है कि यदि किसानों को फसल बीमा के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है तो यह योजना फायदेमंद हो सकती है। अलसीसर ब्लॉक के किसानों ने सर्वाधिक क्लेम हासिल कर यह करके भी दिखाया है। साथ ही उन्होंने बताया कि नरेगा के साथ कृषि को जोड़ा जाए या फिर कच्चे कामों के साथ-साथ पक्के काम भी कराया जाता है तो नरेगा से गांवों में और अधिक रोजगार उपलब्ध हो सकता हैं।