जोधपुर। शहर के भीतरी क्षेत्र में रहने वाली दो बहनों ने समाज को एक नायाब उदाहरण दिया है। उन्होंने अपने पिता की इच्छा का मान रखते हुए उनका निधन होने पर मेडिकल कॉलेज में उनकी देह दान कर दी। मेडिकल कॉलेज में इस वर्ष यह चौथा देह दान है।
नवचौकिया निवासी 78 वर्षीय बिहारी शंकर व्यास का गुरुवार रात निधन हो गया था। उनके दो पुत्रियां अलका रामदेव व अनिता पुरोहित है। उनकी पत्नी का निधन सात वर्ष पूर्व हो चुका था। व्यास ने अपने देहदान की घोषणा पहले से कर रखी थी। इसके लिए उन्होंने मेडिकल कॉलेज में आवेदन कर रखा था।
व्यास ने अपनी मृत्यु होने पर देह दान करने के बारे में अपनी दो बेटियों को पहले से बता रखा था। इस पर दोनों बहनों ने अपने पिता की इच्छा का मान रखते हुए आज सुबह उनकी देह दान करने का निर्णय किया। इस पर बिहारीशंकर की शव यात्रा श्मशान घाट जाने के बजाय सीधे मेडिकल कॉलेज पहुंची जहां व्यास की देह दान की गई। उल्लेखनीय है कि मेडिकल कॉलेज को अब तक 63 देह दान में मिल चुकी है। इस वर्ष यह चौथी देह है। गत वर्ष कालेज को सत्रह देह दान में मिली थी।