जोधपुर। जोधाणा धर्मार्थ सेवा संस्थान जोधपुर द्वारा हर वर्ष निकाली जाने वाली भगवान परशुराम पैदल यात्रा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। भगवान परशुराम की नौ दिवसीय पैदल यात्रा 23 जुलाई से आरम्भ होगी। संस्थान के पदाधिकारियों द्वारा घर घर जाकर भक्तों को न्यौता दिया जा रहा है। इसी सिलसिले में शंकरलाल कच्छवाह की अध्यक्षता में निरंतरबैठकें आयोजित कर व्यवस्था को सुचारू रूप दिया गया है।
संयोजक एवं कोषाध्यक्ष जयसिंह कच्छवाहा ने बताया कि जोधाणा धर्मार्थ सेवा संस्थान द्वारा हर वर्ष जोधपुर से परशुराम महादेव तीर्थ तक एक पैदल यात्रा निकाली जाती है। इसमें सैंकड़ों श्रद्धालू भाग लेते हैं। इस वर्ष यह यात्रा 23 जुलाई को शोभायात्रा से शुरू होगी। इसी दिन सांय पांच बजे बनावतों का बेरा चैनपुरा स्थित शिव मंदिर पर भगवान शिव की पूजा अर्चना के बाद बैण्ड बाजों के साथ यह शोभायात्रा रवाना होगी। हजारों माताएं माथे पर जल कलश लिए यात्रा में शामिल होगी। यह शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए लालसागर स्थित हनुमान मंदिर पहुंंचेंगी तथा रात्रि विश्राम के लिए पड़ाव डाला जाएगा। इसके बाद यहां भक्ति संध्या का विराट आयोजन होगा। जिसमें महेंद्रसिंह राठौड़, प्रकाश माली के साथ मारवाड़ के जाने माने अनेक कलाकार अपनी स्वरलहरियां बिखेरेंगे।
सचिव लायन प्रमोद कुमार सांखला ने बताया कि रात्रि जागरण के बाद 24 जुलाई को सुबह 4 बजे परशुराम महादेव के भक्तों का जत्था अपने अगले पड़ाव कुड़ी के लिए प्रस्थान करेगा। वहां पर भी रात्रि जागरण का कार्यक्रम होगा। इस प्रकार 25 को रोहिट रात्रि विश्राम करते हुए भक्तों का जत्था 26 जुलाई को पाली पहुंचेगा। पाली में स्थानीय नागरिकों द्वारा पैदल यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा। यहां पर भी भक्ति संगीत संध्या का भव्य आयोजन किया जाएगा। यहां पर राजस्थान के ख्याति प्राप्त कलाकार भजनो की प्रस्तुति देंगे। दूसरे दिन 27 जुलाई को सुबह पाली से प्रस्थान कर दोपहर को गुन्दोज पहुंचेगें तथा रात्रि पड़ाव के लिए पड़ाव डालेंगे। इसी प्रकार बाबा परशुराम की यह पैदल यात्रा करते 18 को ढोला, 29 को रानी, 30 को सादड़ी हाते हुए 31, रविवार को परशुराम महादेव कुण्ड पहुंचेगी। दूसरे दिन सोमवार एक अगस्त को सोमनाथ बाबा के दर्शन के बाद यात्रा का विसर्जन होगा। उन्होने बताया कि यात्रा में शामिल होने वाले भक्तों के खाने-पीने,रहने सहित चिकित्सा व्यवस्था संस्थान द्वारा की जाएगी। नौ दिवसीय इस यात्रा को लेकर भक्तों में भारी उत्साह है।
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