जोधपुर। देश की सबसे सुरक्षित कही जाने वाली जोधपुर की सेंट्रल जेल में एक बार फिर गैंगवार हो गई। मंगलवार को सुबह यहां कैदियों के दो गुट आपस भिड़ गए। बताया गया है कि इस झगड़े में दो कैदी धारदार हथियार के वार से घायल भी हो गए जिनका जेल डिस्पेंसरी में उपचार करवाया गया। हालांकि जेल प्रशासन दोपहर तक इस मामले को दबाने की कोशिश करता रहा। उसने इस घटना की पुष्टि नहीं की।
जेल सूत्रों के अनुसार आज सुबह करीब ग्यारह बजे जेल में बंद हार्डकोर मोंटू पारीक व बखे खान गुट के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। बाद में इन दोनों गुटों के कैदी आपस में भिड़ गए। सूत्रों ने बताया कि किसी कैदी ने मग की पत्ती का भी वार किया जिससे दो कैदी घायल हो गए। उनका जेल डिस्पेंसरी में ही इलाज करवाया गया। जेल प्रहरियों और अन्य कैदियों ने इन दोनों गुटों के कैदियों को अलग गया।
जेल प्रशासन ने इस मामले की पुष्टि नहीं की है। जेल अधीक्षक विक्रमसिंह आज सुबह शहर में नहीं थे। जेल प्रशासन दोपहर तक इस मामले को दबाने की कोशिश करता रहा।
दोनों गुटों के कैदी मोंटू पारीक व बखे खान हार्डकोर व आदतन अपराधी हैं। उनके खिलाफ कई गंभीर धाराओं में अलग-अलग पुलिस थानों में मामले दर्ज है। बताया गया है कि उन्होंने जेल के भीतर भी अपने गुट बना रखे हैं।
पहले भी हो चुकी है गैंगवार
ऐसा नहीं है कि जोधपुर सेंट्रल जेल में यह पहली बार गैंगवार हुई है। इससे पहले भी यहां कई बार कैदियों के गुट भिड़ चुके है। इन झगड़ों में पहले भी कई कैदी घायल हो चुके हैं। इससे पहले जेलर भारत भूषण भट्ट की हत्या भी हो चुकी है।
जेल अधीक्षक लंदन से लौटे
जोधपुर जेल में अपराधियों द्वारा गुटबाजी के चलते गैंगवार होने की घटनाएं आए दिन सामने आती रही हैं। इसको लेकर राज्य सरकार आधुनिकीकरण की योजना भी बना रही है। इधर जोधपुर जेल के अधीक्षक लंदन से साप्ताहिक प्रवास से लौट आए हैं। ऐसे में जोधपुर जेल को आधुनिक बनाने की नए सिरे से योजना बन सकती है। वे लंदन से इस बारे में प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम हासिल कर लौटे हैं।
जोधपुर जेल अधीक्षक एसपी विक्रम सिंह सप्ताह भर यात्रा के लिए लंदन गए थे। वह लंदन से यात्रा कर जोधपुर लौट आए हैं, मगर इनके आते ही जेल में आज सुबह गैंगवार हो गई।