जयपुर/अजमेर। राजस्थान सरकार के लिए सिरदर्द बन चुके कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की तलाश में पुलिस और एसओजी दिन-रात एक किए हुए हैं।
सोमवार को पुलिस जब अजमेर में आनंदपाल को ढू़ंढ रही थी, उसी समय राजधानी जयपुर में खुलेआम आनंदपाल जिंदाबाद के नारे लग रहे थे। दरअसल जयपुर में रावणा राजपूत महासभा ने सम्मेलन आयोजित किया था। इसका मुख्य उद्देश्य पृथक से आरक्षण मांगना था लेकिन समाजबंधु आनंदपाल की पैरवी का मंच बन गया। यहां फरार अपराधी आनंदपाल की मां निर्मल कंवर भी पहुंंची।
उसने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मेरा बेटा जब भी घर आएगा, मैं खुद उसे पुलिस के हवाले कर दूंगी। वह अपराधी है मगर राजस्थान पुलिस भी दूध की धुली हुई नहीं है। वह कई संगीन अपराध जान-बूझकर मेरे बेट के सिर मढ रही है जबकि उनसे आनंदपाल का कोई लेना-देना नहीं है। वह तो बेटे को शिक्षक बनाना चाहती थी। इसके लिए आनंदपाल ने बीएड भी किया था। मगर स्थानीय राजनीति ने उसे गैंगस्टर बना दिया। अब पुलिस उसके परिवार की महिलाओं को प्रताडि़त कर रही है। इसलिए समाजबंधुओं ने इस परिवार का साथ देने का निर्णय किया है। सभा में उत्साही युवकों ने आनंदपाल जिंदाबाद के नारे लगाए तो पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई।
इधर अजमेर के आसपास आनंदपाल के होने की इत्तला पर पुलिस ने फिर सर्च ऑपरेशन चलाया मगर नाकामयाबी हाथ लगी। पुलिस हिरासत से फरार हुआ आनंदपाल सिंह फिलहाल कहां है यह किसी को पता नहीं, लेकिन पुलिस यह मान कर चल रही है कि आनन्दपाल राजस्थान में ही है और उसका मूवमेंट अजमेर नागौर और जयपुर के बीच ही है। यही वजह है कि पुलिस एक तरफ आनंदपाल सिंह पर दबाव बनाने के लिए उसके गुर्गों की धरपकड़ कर रही है तो दूसरी तरफ सम्भावित क्षेत्रों में ए श्रेणी की नाकाबंदी लगातार जारी है।