अलवर। आराध्य देव भगवान जगन्नाथ अब सात दिन गंगाबाग में रहेंगे व जानकी संग विवाह रचाकर मंगलवार को वापस अपने स्थान चौपड़ बाजार स्थित मंदिर लौट आएंगे।
आषाढ़ शुक्ल सप्तमी आज रविवार की रात भगवान जगन्नाथ और माता जानकी परिणय सूत्र में बंधेंगे। जगन्नाथ जी की रथयात्रा महोत्सव के तहत रविवार को माता जानकी ओर जगन्नाथ जी का पाणिग्रहण संस्कार वैदिक मंत्रोचार के साथ शुरू होगा। इस अलौकिक विवाह के साक्षी बनेंगे हजारों श्रद्धालु। उमस भरी गर्मी में भक्तों की ओर से रथयात्रा में जगह-जगह शरबत व शिंकजी की प्याऊ लगाई गई जिसका श्रद्धालुओं ने अपने कंठ तर कर राहत ली। कस्बे के गंगाबाग में चल रहे भगवान जगन्नाथ महाराज के मेले के अवसर पर शनिवार को ठिकाना गंगाबाग के महंत ने वधू पक्ष की ओर से साधु संतों के साथ सुबह 9 बजे जगनाथ दरबार पहुंचे। कार्यक्रम के तहत महंत रविवार स्नेह भोज के लिए भगवान जगन्नाथ को बारातियों संग आमंत्रित किया। इस मौके पर भगवान जगन्नाथ की विधिवत पूजा अर्चना कर भेंट न्यौछावर की।