भुवनेश्वर। विधानसभा में अश्लील वीडियो देखने के आरोपों से घिरे कांग्रेस विधायक नव किशोर दास को विधानसभा अध्यक्ष ने सात दिनों के लिए सदन से निलंबित कर दिया है। इस संबंध में सरकारी दल के मुख्य सचेतक अनंत दास एक प्रस्ताव लाए जिसे ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें सात दिनों के लिए निलंबित किए जाने की घोषणा की। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामलों की जांच के लिए सदन की सदाचार कमेटी के पास भेजने की घोषणा की थी।
प्रश्नकाल समाप्त होते ही बीजद विधायक श्रीमती प्रमिला मलिक ने इस मामले को उठाया। उन्होंने कहा कि एक विधायक के सदन में अपने मोबाइल फोन के जरिये अश्लील वीडियो देखने संबंधी खबर मीडिया में प्रचारित व प्रसारित हुई है। लोगों ने विधायकों को अपनी समस्याओं को उठाने के लिए भेजा है न कि इस तरह के कार्य के लिए। यह राज्य को लिए लज्जाजनक विषय है । यह घटना अत्यंत निंदनीय है । इस घटना में शामिल विधायक को विधानसभा से बहिष्कार किया जाए।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष निरंजन पुजारी ने कहा कि यदि विधायक ने विधानसभा में अश्लील वीडियो देखा है तो यह निश्चित रुप से लज्जाजनक विषय है। यदि ऐसा हुआ है तो यह कार्य सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला है । इसलिए इसे मैं जांच के लिए सदाचार कमेटी के पास भेजता हूं।
इसके बाद सरकारी दल के मुख्य सचेतक अनंत दास ने विधायक नव किशोर दास को सात दिनों के लिए सदन से निलंबित करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया जिसे ध्वनि मत से पारित कर लिया गया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें सात दिनों के लिए निलंबित करने के बारे में घोषणा की।