नई दिल्ली। ओडिशा सरकार ने राज्य के भद्रक जिले में अडानी समूह की एक कंपनी के लिए काम कर रहे 10 चीनी नागरिकों को देश छोड़ने का नोटिस जारी किया है। सभी चीनी नागरिकों को 17 जून तक भारत छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य के गृह सचिव असित त्रिपाठी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि चीनी नागरिकों को देश छोड़ने का नोटिस केंद्र सरकार के निर्देश पर दिया गया है। दअरसल भद्रक से 15 किलोमीटर दूर ‘व्हीलर आइलैंड’ अथवा एपीजे अब्दुल कलाम टापू है जो कि भारत का संवेदनशील रक्षा प्रतिष्ठान है। इसी टापू से आकाश, अग्नि, धनुष और पृथ्वी जैसी मिसाइलों का प्रक्षेपण किया जाता है। भद्रक जिले में 10 चीनी नागरिकों की उपस्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने यह नोटिस जारी किया है।
असित त्रिपाठी के अनुसार कुल 19 चीनी नागरिक अडानी ग्रुप की धर्मा पोर्ट कंपनी की विस्तारीकरण परियोजना में काम करने भारत आए थे। इसमें से नौ चीनी नागरिक पहले ही राज्य से जा चुके हैं। ये सभी व्यावसायिक वीज़ा पर भारत आए थे जबकि उन्हें काम के वीज़ा पर होना चाहिए था।
गृह मंत्रालय ने इसकी सूचना राज्य सरकार को दी थी। इसके बाद राज्य सरकार ने खुफिया निदेशक और भद्रक जिले के पुलिस अधीक्षक को चीनी नागरिकों को भारत छोड़ने के नोटिस पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। गृह सचिव ने कहा कि हम कानून के अनुसार ही चीनी नागरिकों की देश से रवानगी सुनिश्चित कर रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि इनमें से दो चीनी नागरिक लापता हैं और उनका कोई सुराग़ नहीं मिल पा रहा है। पुलिस अधीक्षक निहार रंजन दास का कहना है कि दो लापता चीनी नागरिकों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।