नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों पर विशेष सलाहकार सरताज अज़ीज़ के बीच नेपाल में होने वाली संभावित वार्ता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ सुब्रह्मण्यम स्वामी ने बुधवार को कहा कि इस मुलाकात से कोई लाभ नहीं होगा।
भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने यहां कहा कि दोनों नेताओं की गुरुवार को मुलाकात होने की सम्भावना जताई जा रही है।लेकिन उनका मानना है कि इस मुलाकात और वार्ता से जमीनी स्तर पर दोनों देशों के संबंधों पर कोई खास असर नहीं होगा क्योंकि पाकिस्तान की असैन्य सरकार सेना और ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के हाथों की एक ”कठपुतली” है और पाकिस्तान सरकार इनकी दखलंदाजी से कभी खुद को दूर नहीं कर सकती है। पाकिस्तान के इतिहास में जिस भी शासक ने सेना और आईएसआई को नकारने की कोशिस की, उसे सत्ता छोड़नी पड़ी। यही वजह है कि दोनों नेताओं की मुलाकात और संभावित वार्ता से कोई उम्मीद नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार निसंदेह ज़मीनी स्तर पर कुछ कार्य कर रही है, लेकिन उनके विचार में यह समय की बर्बादी होगी।