झांसी। अचानक जाने कहां से एक गोली चली और उसके सिर में धंस गई। कुदरत का करिश्मा कहें या ईश्वर की मर्जी जो वह गोली उस युवक की जान लेने में नाकामयाब रही।
अब उसकी जिंदगी डॉक्टरों के हाथ में है। हैरत इस बात की है कि कई घंटों से उसके सिर में गोली धंसी हुई है फिर भी वह जिंदा है। यह युवक झांसी के मेडिकल कालेज में भर्ती है।
बड़ागांव के ग्राम लेवा निवासी 45 वर्षीय सुल्तान सिंह पुत्र थान सिंह रोजाना की तरह रात में अपने घर के बाड़े में सो रहा था। घर के दरवाजे खुले हुए थे। अचानक मध्य रात्रि के बाद फायरिंग की आवाज सुनकर नींद खुल गई।
नींद खुलते ही उनके सिर में अचानक दर्द होने लगा। जब उसने अपने सिर पर हाथ से देखा तो उनके सिर पर कुछ फंसा हुआ महसूस किया। आनन-फानन में वह भागकर अपने परिजन के पास पहुंचा। परिजन ने जब उसके सिर पर देखा तो दंग रह गए। सिर के बीचो-बीच एक गोली फंसी हुई थी। परिजन उसे मेडिकल कालेज ले आए।
डॉक्टरों की लापरवाही उजागर
मेडिकल कॉलेज में सुल्तान को भर्ती कराए कई घंटे बीत चुके हैं। इसके बाद भी डॉक्टरों ने उसकी गोली निकालने का प्रयास नहीं किया है। जब कॉलेज के प्राचार्य से इस मामले की जानकारी ली गई तो उन्होंने इस मामले को गम्भीर बताया और तत्काल प्रभाव से सिर में फंसी गोली को निकालने का आदेश जारी किया।