टोक्यो/ नई दिल्ली। जापान के टोक्यो के पास सागमिहारा शहर के दिव्यांगो के सेंटर ( डिसेबल्ड केयर सेंटर) में एक आदमी चाकू लेकर घुस गया । 26 साल के हमलावर ने 19 दिव्यांगो की चाकू गोदकर निर्मम हत्या कर दी और 28 को घायल कर दिया ।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार जापान में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह सबसे बड़ा सामूहिक नरसंहार है। स्थानीय समय के मुताबिक ढाई बजे रात में वह चाकू दिखाते हुए सेंटर में घुसा और बेक़सूर 19 दिव्यांगों की चाकू गोदकर हत्या कर दी। इसमें 28 लोग जख्मी भी हुए हैं।
वहां के निवासियों ने भूरे बालों वाले एक आदमी को काले कपड़े में चाकू के साथ उस सेंटर के पास देखा तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। जापानी न्यूजपेपर असाही शिम्बुन की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस से हमलावर ने कहा कि वह इस दुनिया से दिव्यांगों को खत्म करना चाहता है।
जापानी मीडिया के मुताबिक 26 साल का सतोषी उमात्सु हमले के 30 मिनट बाद एक पुलिस स्टेशन पर पहुंचा। उसने चाकू पास की एक कार में छोड़ दिया था। उसके बैग में खून से सना एक चाकू था। पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि इससे पहले वह इस सेंटर में काम करता था। बाद में उसे वहां से निकाल दिया गया था। वह सेंटर में हथौड़े से खिड़की तोड़कर घुसा था। जब वह घुसा तब आठ लोग इस सेंटर की सुरक्षा में तैनात थे।
क्योडो न्यूज एजेंसी ने बताया है कि 19 लोग मारे गए हैं। अभी विस्तृत जानकारी आनी बाकी है लेकिन हाल के वर्षो का यह सबसे बड़ा चाकू हमला है। हथियारबंद पुलिस ने स्थानीय सरकार समर्थित इस सेंटर को अपने कब्जे में ले लिया है। इस सेंटर में 19 से 75 साल के बीच 150 लोग रहते हैं।
गौरतलब है कि जापान में 2 इंच से ज्यादा बड़ा चाकू लेकर चलने पर मनाही है। ऐसा होने पर तीन साल तक की जेल का प्रावधान है। वैसे इस ताज़ा हमले से जापान हैरान है। दुनिया में जापान ऐसा देश है जहां क्राइम रेट सबसे कम है। इससे पहले 2001 में एक आदमी ने 8 बच्चों को चाकू मार जान ले ली थी। ऐसा उसने एक स्कूल में किया था जिसमें 15 बच्चे जख्मी भी हुए थे।