नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वर्ष 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी समाजवादी पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी में गठबंधन होने की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि गठबंधन का अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष और संसदीय दल लेगा।
अखिलेश ने सोमवार को भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में उत्तर प्रदेश मंडप का अवलोकन किया। इस मौके पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अखिलेश ने यह बात कही।
उनसे पूछा गया था कि जब बिहार में जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल जैसे परस्पर विरोधी दल भाजपा को हराने के लिए गठबंधन कर सकते हैं तो क्या उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन हो सकता है? अखिलेश ने कहा कि ऐसा गठबंधन होना असंभव है। गठबंधन किस पार्टी से करना है इसका निर्णय पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और सपा संसदीय दल लेगा। उन्होंने कहा कि हमें सभी दलों पर नजर रखनी होगी। कहीं भाजपा-बसपा गठबंधन तो नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने मीडिया में उत्तर प्रदेश में महागठबंधन होने संबंधी उनके बयान को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा “मैंने इस बारे में कुछ नहीं कहा है आपही बता दें कि आप मुझसे क्या कहलवाना चाहते हैं। बिहार की जनता ने भाजपा को जवाब दे दिया है और उत्तर प्रदेश में ऐसा ही होगा।”
पेरिस में हुए आतंकी हमले को लेकर अखिलेश ने कहा कि उनकी पार्टी ने इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा कि दादरी, मुजफ्फरनगर और बदायूं में हुई सांप्रदायिक घटनाएं निंदनीय हैं। जनता ने शांति और सौहार्द का परिचय देकर बधाई का काम किया है।
मुद्दा हवाई अड्डे और मेट्रो का
इस मौके पर उन्होंने कहा कि जल्द ही आगरा और जेवर में भी हवाई अड्डा बनाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भेजा जाएगा। प्रदेश सरकार इसके लिए भूमि उपलब्ध कराने को तैयार है।
उन्होंने अपनी सरकार कि विभिन्न योजनाओं, औद्यौगिकरण तथा एक्सप्रेस मार्ग और मेट्रो निर्माण की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश कई क्षेत्रों में अग्रणी है। हालांकि केंद्र सरकार ने अपने वायदा के अनुसार उन्हें मदद नहीं दी है।