मुंबई। नागपुर के कोराडी थानांतर्गत क्षेत्र में वेश्या व्यवसाय में संलिप्त पत्नी का साथ न देकर ऑटो रिक्शा चालक दीपक उर्फ हरिशंकर तिवारी (38) ने जहर पीकर आत्महत्या कर लिया है। बरामद ‘सुसाइड नोट’ से इस तरह का चौंकानेवाला खुलासा हुआ है। पुलिस का कहना है कि ऑटो रिक्शा चालक को उसकी पत्नी व अन्य लोगों द्वारा जहां देह व्यापार में घसीटने का न सिर्फ प्रयास किया गया, बल्कि विरोध करने पर झूठे मामलों में फंसाए जाने की भी धमकी दी गई।
कोराडी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ऑटो रिक्शा चालक दीपक उर्फ हरिशंकर तिवारी (38) श्रीकृष्ण धाम का निवासी था। उसने रात जहरीली दवा का सेवन कर लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि मरने के पहले उसने एक सुसाइड नोट लिखा था। इसलिए घटना के जिम्मेदार छह महिला समेत सात लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। इसमें एक संगठन का पदाधिकारी व बचत गट की महिला भी समावेश है। दीपक उर्फ हरिशंकर तिवारी (38) मूलत:मध्य प्रदेश के जबलपुर निवासी था, तकरीबन बीस वर्ष पहले नागपुर निवासी कविता से उसकी शादी हुई। उन्हें दो पुत्रियां भी हैं। बताया जा रहा है कि कविता अति महत्वाकांक्षी है। बिना मेहनत के ही वह बहुत सारा रुपया कमाना चाहती थी। इसलिए देह व्यापार के घिनौने धंधे में उतर आई। बरामद ‘सुसाइड नोट’ के अनुसार, कविता ने अपनी पुत्रियों को भी इसमें उतार दिया है। एक बार दीपक ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ भी लिया था। करीब एक वर्ष पहले दीपक को कविता के इस घिनौने रूप का पता चला। उसके बाद पति-पत्नी में आए दिन विवाद होने लगा। दीपक ने पत्नी को सुधर जाने की सलाह दी। मगर कविता इस काम में दीपक का भी साथ चाहती थी। दरअसल, उसका मानना था कि अपने आटो से ग्राहकों को लाना ले जाना व लड़कियां ‘सप्लाई’ करने का काम वह करे। इसके लिए उसे कविता की बहन रिया ने प्रति माह चार हजार देने की भी बात कही थी। मगर दीपक इसके लिए तैयार नहीं हुआ। उसने सबकी पुलिस में शिकायत देने की धमकी दे रखी थी। पोल खुलने के डर से कविता ने बहन रिया और उसके पति जितेंद्र साखरे, बचत गट की सुनिता ठाकरे, रानी व मयूरी जैसवाल नामक युवतियों की मदद से दीपक को ही फंसाने की कोशिश करती रही। इसमें दीपक की पुत्रियों ने भी मां का ही साथ दिया। अपने खिलाफ सदर, मानकापुर व कोराडी में प्रकरण दर्ज किए जाने वे वह हताश हो चुका था। इस बीच दीपक के भाई वीरेंद्र तिवारी ने आरोप लगाया है कि पत्नी के अलावा पुलिस द्वारा भी प्रताडि़त किए जाने के चलते दीपक ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है।