नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से देश को संबोधित किया। ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 21वें संस्करण की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने देशवासियों और किसानों को अच्छी बारिश की शुभकामनाएं दी और कहा कि इस बार वैज्ञानिक बता रहे हैं कि अच्छी बारिश होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक देश को ऊंचाईयों तक ले जा रहे हैं। नई पीढ़ी वैज्ञानिक बनने के सपने देखे, विज्ञान में रुचि ले और आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए कुछ कर गुजरने की इच्छा के साथ आगे आएं। साथ ही उन्होंने कहा कि 16 जून को वायुसेना के लड़ाकू दस्ते में महिलाएं शामिल हुईं। बेटियों ने हमें गौरव दिलाया है। ऐसे में गर्व होता है कि तीन फ्लाइंग ऑफिसर बेटियां अवनि चतुर्वेदी, भावना कंठ और मोहना जिन्होने हमें गौरव दिलाया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसरो ने कम लागत और सफलता की गांरटी के कारण दुनिया में खास जगह बना ली है। एक साथ बीस सैटेलाइट भेजना बड़ी कामयाबी है। साथ ही, 21 जून को मनाए गए योग दिवस पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि योग मलतब होता है जोड़ना। योग में पूरे जगत को जोड़ने की ताकत होती है। उन्होंने कहा बस जरुरत है, हम योग से जुड़ जाएं। पूरा विश्व जब योग से जुड़ता है, तब हमें अहसास होता है कि दुनिया हमारे कल आज और कल से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि योग से डायबिटिज रोग पर काबू पाया जा सकता है। डायबिटिज कई बीमारियों की जड़ है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर हजारों योग प्रेमियों के बीच योग करने का अवसर मिला। योग के जरिये विश्व के साथ भारत का आनोखा नाता बन गया है। दूसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बच्चियों के भेजे संदेश को इस अवसर पर सुनाया गया। प्रधानमंत्री ने योग के प्रचार को बढ़ाने की बात कही और आयुष मंत्रालय की वेबसाइट पर जाने का आग्रह किया। योग को लेकर सभी स्कूल ऑफ थॉट को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में जैसे किसान बहुत मेहनत करते हैं उसी तरह हमारे वैज्ञानिक भी काफी मेहनत करते हैं। वैज्ञानिक देश को ऊंचाई पर ले जा रहे हैं। देश के किसानों और वैज्ञानिकों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का सबसे बड़ा पहलू जन-भागीदारी है। जन-भागीदारी से ही देश आगे बढ़ता है। हमारी ताकत लोकतंत्र है। हमारी ताकत हर क नागरिक है और इस प्रतिबद्धता को हमें और आगे बढ़ाना चाहिए और ताकतवर बनना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ‘मैं लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्ध हूं, जबकि मन की बात का कई बार मजाक उड़ाया जाता है। हमें लोकतंत्र को और मजबूत करना है। आपातकाल की बरसी हमें इसकी याद दिलाता है। आपातकाल की दुखद यादें लोकतंत्र पर हमारे यकीन को और मजबूत करता है।लोकतंत्र का मतलब सिर्फ वोट देना नहीं होता। जनता और सरकार के बीच खाई मिटने से लोकतंत्र मजबूत होता है। देश में आपातकाल लगने के बाद दुनिया लोकतंत्र की ताकत देखी। देश के तीन लाख लोगों ने ratemygov पर जाकर सरकार का मूल्यांकन किया। रसोई गैस सब्सिडी की तरह कालेधन पर भी देश के लोग आगे आएं। चंद्रकांत कुलकर्णी नाम के रिटायर सरकारी कर्मी ने स्वच्छता अभियान के लिए पेंशन की रकम दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से सही टैक्स देने की अपील की और कहा कि उस देश में जहां सरकारी कर्मचारी हर महीने पांच हजार रुपए पने मासिक पेंशन में से दान कर देते हैं ऐसे में किसी को कर चोरी करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे में जो लोग 30 सितंबर 2016 तक अपनी आय का खुलासा नहीं करते तो उन्हें इसके बाद उन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा। सवा सौ करोड़ की आबादी में सिर्फ डेढ़ लाख लोग हैं जिनकी टैक्सेबल कमाई 50 लाख से ज्यादा है। हमें देश के नागरिकों पर पूरा भरोसा है। इन्हें टैक्स चोर नहीं मान सकते। उन्होंने कहा कि हमें देश के करदाताओं को भरोसा दिलाना होगा।
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