गोरखपुर। मंडलीय कारागार में कैदी बनाम बंदीरक्षक का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बवालों की सुर्खियों में रही यहां की जेल में मंगलवार को एक नया बवाल खड़ा हो गया। मृत कैदी की पत्नी फुला देवी न्याय के लिए बच्चो के साथ गोरखपुर मंडलीय कारागार पहुंची और आत्मदाह का प्रयास किया। महिला पुलिस ने उसे आत्मदाह करने से पहले हिरासत में ले लिया और थाने ले गयी।
बीते पांच दिन पहले हुई कैदी की मौत के बाद गोरखपुर के जिला जेल का नजारा ही बदल गया। बीते पांच दिनों से जेल के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। कैदियों के परिजनों का सीधा आरोप है कि जेलर और जेल के अन्य अधिकारी जेल में सुविधा शुल्क की वसूली करते है और ना देने पर कैदियों को बुरी तरह से मारा-पीटा जाता है।
गोरखपुर जिला जेल में विगत 13 अक्टूबर की सुबह साथी कैदी की मौत के बाद कैदियों ने उत्पात मचा दिया जिसकी सूचना मिलने पर आनन फानन मे जिले के सभी आला अधिकारीयों ने जेल का रुख किया। जेल पर पहुंचकर जब कैदियों का तांडव देखा तो अधिकारियों की सांस फूलने लगी। लगभग 16 से 18 घंटे चले इस तांडव ने पूरे पुलिस महकमे और जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया। इतना ही नहीं आज भी इस पूरे मामले को लेकर कैदियों मे काफी रोष व्याप्त है। अभी भी जेल के अंदर तनाव बरकार है लेकिन अभी तक किसी भी जेल अधिकारी पर कोई कार्यवाही नही की गयी।
मृतक कैदी की पत्नी फुला देवी ने गोरखपुर जिला कारागार पर पहुँचकर जेलर डॉ राजेश सिंह पर आरोप लगाया है। वही मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार सदर तपन मिश्रा ने कहा कि इस महिला के साथ पूरा न्याय होगा। यह जांच की प्रक्रिया है और जांच अभी भी चल रही है। उन्होंने कहा कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के बाद ही इसमें कुछ स्पष्ट हो पाएगा।