नई दिल्ली। गोमांस को लेकर देशभर में उठे बवाल के बीच एक सुकूनभरी खबर आई है। आरएसएस से जुड़ा एक संगठन देश में गो-दुग्ध उत्पाद महोत्सव का आयोजन करने की तैयारी कर रहा है। महोत्सव में देशी नस्ल की गायों से बने उत्पादों को आम लोगों के लिए पेश किया जाएगा।
महोत्सव का उद्देश्य देश में गाय के दूध से बने उत्पादों के प्रयोग को प्रोत्साहित करना और गाय की महत्ता एवं महत्व के बारे में जागरुकता फैलाना है।
संघ की अखिल भारतीय कार्यकारणी के सदस्य इंद्रेश कुमार के संरक्षण में चल रहा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच देशभर में गाय के दूध से बने उत्पादों के महोत्सव का आयोजन करने की तैयारी में जुटा हुआ है।
यह महोत्सव दीपावली से पहले 7 नवंबर को राधाअष्टमी पर्व के दिन आयोजित किया जाएगा। महोत्सव के माध्यम से मंच के कार्यकर्ता पूरे देश में देशी नस्ल की गाय के दुग्ध उत्पादों, दवाईयों व अन्य सामग्री के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाएंगे।
मंच के संयोजक गिरिश जुयाल ने बताया कि हाल ही घटित कुछ घटनाओं को लेकर देश-विदेश में भर में ऐसा भ्रम फैलाया जा रहा है कि भारत में गोमांस पर पाबंदी लगाने से एक समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं। जबकि ऐसा नहीं है। वास्तविकता में देखा जाए तो गाय के महत्व को सभी समुदाय के लोग समझते हैं।
मुस्लिम भी मानते हैं गाय को मां जैसा
जुयाल ने बताया कि हाल ही मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने हरियाणा के मेवात स्थित फिरोजपुर झिरका में मुस्लिम गोपालक सम्मेलन का आयोजन किया था। इसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया।
सम्मेलन में लगभग 100 मुस्लिम गोपालकों को सम्मानित किया गया। यह सभी गो-पालक सालों से सैकड़ों का पालन-पोषण कर रहे हैं। सम्मेलन में ऐसे गो-पालकों के शामिल होने का एक अर्थ यह भी है कि मुस्लिम समुदाय भी गाय के प्रति आस्था रखता है और उसे मां जैसा सम्मान देता है।
करेंगे जागरूक
जुयाल ने बताया कि देश-विदेश में फैलाए जा रहे भ्रम को दूर करने के लिए मंच, गो-दुग्ध उत्पाद महोत्सव के जरिए गाय के महत्व को लेकर समाज के बीच जाएगा और आम भारतीय जनता को गाए के महत्व और समाज में उसकी भूमिका के प्रति शिक्षित और जागरूक करेगा।