लखनऊ। आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को डेंगू होने की पुष्टि हुई है। प्राइवेट पैथॉलाजी में डेंगू के वायरस एसएस-1 एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। डेंगू की चपेट में आने के पीछे उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने नगर निगम को जिम्मेदार ठहराया है। इस सीजन में डेंगू की चपेट में आने से अब तक दो दरोगा व एक पूर्व मंत्री मुन्ना सिंह चैहान समेत दो दर्जन लोगों की जान जा चुकी है। राजभवन में तैनात जवान और 1090 की सीओ के अलावा अन्य पुलिसकर्मी भी डेंगू की चपेट में आ चुके हैं।
डेंगू की गिरफ्त में आ रहे एक के बाद एक पुलिसकर्मियों की संख्या को देखते हुए एसएसपी मंजिल सैनी ने सभी थानों में साफ-सफाई और फॉगिंग करने का निर्देश दिया है। अमिताभ ठाकुर ने बताया कि डेंगू की पुष्टि के बाद वे अपने आवास पर रहकर इलाज करा रहे हैं।-न्होंने बताया कि इसके लिए मुख्य रूप से नगर निगम जिम्मेदार है।
एसओ विभूतिखंड सतेन्द्र राय को पिछले दिनों बुखार की शिकायत थी, जांच में डेंगू पाए जाने के बाद इलाज हुआ। अब उनका स्वास्थ्य सही है।सीओ 1090 बबिता सिंह को भी बुखार की शिकायत पर भर्ती कराया गया था।जांच में संभावित डेंगू पाए जाने के बाद तुरंत इलाज के चलते अब स्वस्थ हैं। वहीं मृतक दारोगा अनिल पांडेय की पत्नी को भी डेंगू की शिकायत है। उनका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
सीएमओ डॉ. एसएनएस यादव ने बताया कि डेंगू संक्रमित मरीजों में बुखार के साथ सिरदर्द, बदनदर्द, कमरदर्द और त्वचा पर चकत्ते आदि के लक्षण पाए जाते हैं। यदि तेज सिर दर्द के साथ बुखार हो, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द हो, आंख के पीछे दर्द हो, जी मिचलाना और उल्टी की शिकायत हो सकती है।