नई दिल्ली। बैंकों के करोड़ों रुपए लेकर भागे विजय माल्या को यहां लौटने पर गिरफ्तारी का डर है। माल्या ने स्वयं को भारतीय बताते हुए कहा कि वे देश लौटना चाहते है कि लेकिन यह सही वक्त नहीं है। एक विदेशी अखबार से बातचीत में उन्होंने रविवार को कहा कि मुझे पहले ही अपराधी घोषित किया जा चुका है। इस कारण मुझे संदेह है कि देश लौटते ही मुझे अपना पक्ष रखने का उचित मौका नहीं मिलेगा।
विजय माल्या ने स्वयं को देशभक्त भारतीय बताते हुए कहा कि वह भारत आना चाहते हैं और इसके लिए वह तैयार भी हैं, लेकिन उन्हें नहीं लगता है कि यह सही वक्त है। यह पूछे जाने पर कि वह अभी कहां रह रहे हैं, माल्या ने कहा कि इस समय यह बताना उनके लिए सही नहीं है क्योंकि देश की सरकारी एजेंसियों को इस समय मेरी तलाश है। उन्होंने कहा कि वह कोई खूंखार अपराधी नहीं है, लेकिन फिलहाल वो सुरक्षित महसूस करना चाहते है। देश छोड़ने की बात करते हुए माल्या ने बताया कि वह अपने एक दोस्त के साथ पर्सनल विजिट के लिए दिल्ली से निकले थे ना कि किसी किसी व्यापारिक उद्देश्य से। उन्होंने कहा कि पिछले साल मेरे खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था लेकिन फिर भी देश छोड़ कर नहीं भागा था।
बैकों का लोन नहीं चुकाने के प्रश्न पर माल्या ने कहा कि लोन नहीं चुका पाना व्यावसायिक मामला है। जब बैंक लोन देते हैं तो वह इससे जुड़े जोखिम से वाकिफ होते हैं और आखिरकार फैसला वही करते हैं, हम नहीं। अपने को निष्पक्ष रुप से सही बताते हुए माल्या ने कहा कि हमारा व्यवसाय बढ़ रहा था लेकिन अचानक गिरावट आ गई।