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मानवता सबसे बड़ा धर्म : मोहन भागवत

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इंदौर। मानवता सबसे बड़ा धर्म हैं और धर्म आदर्श जीवन की आचार संहिता है। यह विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने शनिवार को देर शाम सूर्योदय परिवार द्वारा बीड में आयोजित ‘मानवता का महाकुंभ’ कार्यक्रम में व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि संत समाज निरन्तर काल से समाज, देश एवं दुनिया को मार्गदर्शित करते रहा है और देश, प्रदेश का शासन संत समाज द्वारा दिखाए रास्तों, उनके विचारों को क्रिन्यांवित कर समाज एवं देश हित में कार्य करता है।

आध्यात्मिक संत भय्यूजी महाराज द्वारा अकाल मुक्त मध्य प्रदेश एवं मराठवाड़ा हेतु आयोजित मानवता के इस विशाल कुम्भ को सार्थक अर्थों में परिभाषित करते हुए डॉ भगवत ने कहा कि विचारों से किस तरह समाज में क्रांति लाई जा सकती है, कैसे एक दूसरे से मिलकर कैसे आगे बढ़ा जाए, एक दूसरे के दुखों में कैसे साथ रहें — भय्यूजी महाराज इसके सबसे ज्वलंत उदाहरण हैं।

उन्होंने कहा कि आज का माहौल देश और समाज को आगे ले जाने वाला है। उन्होंने कहा कि भय्यूजी महाराज द्वारा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं बुंदेलखंड को अकाल मुक्त करने का जो संकल्प लिया गया है वह अतिप्रसंशनिय है। खासकर उनके द्वारा महाराष्ट्र के उस्मानाबाद एवं बीड जिले के साथ साथ मध्य प्रदेश के इंदौर, शुजालपुर, देवास, धार एवं बुंदेलखंड के कई जिलों में जल संवर्धन एवं जल संरक्षण द्वारा किये गए कार्य अकल्पनीय हैं, और इस तरह के अनेकों कार्य जो मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के साथ-साथ देश के अन्य भागों में भय्यूजी महाराज द्वारा चलाए जा रहे हैं उसके लिए हम सबको मिलकर उनका साथ देना चाहिए।

इससे पूर्व डॉ मोहन भागवत ने सूर्योदय भूमि सुधार योजना के अंतर्गत शुरू किये गए चलित मिटटी एवं जल परिक्षण प्रयोगशाला का अनावरण किया। उसके पश्चात सूर्योदय परिवार द्वारा दुष्काल मुक्त मराठवाड़ा हेतु शुरू किये गए 21-सूत्रीय कार्य योजनाओं का गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में बटन दबा कर उदघाटन किया। कार्यक्रम के दौरान डॉ भागवत ने भय्यूजी महाराज एवं सूर्योदय परिवार के 3 मोबाइल एप्प्स का अनावरण किया जिसके माध्यम से देश में अधिक से अधिक लोगों को सूर्योदय परिवार द्वारा चलाए जा रहे सामाजिक कार्यों से जोड़ा जा सकेगा और इन कार्यों की सुचना त्वरित रूप से लोगों तक पहुंचाई जा सकेगी।

अपने उद्बोधन के अंत में सरसंघचालक ने उपस्थित किसानों को आत्मबल, आत्मसम्मान बढ़ाने हेतु एवं आत्महत्या नहीं करने का प्रण लेने हेतु सामूहिक शपथ दिलवाई।

इस अवसर पर अपने उद्बोधन में महाराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने आध्यात्मिक संत भय्यूजी महाराज द्वारा समाज एवं किसान हित में चलाए जा रहे जल संधारण एवं अन्य कार्यों को अकल्पनीय बताते हुए कहा कि इन योजनाओं से क्षेत्र के किसानों के जीवन आमूल परिवर्तन हुआ हैं। . उन्होंने कहा कि सूर्योदय परिवार द्वारा निर्धन, आत्महत्या ग्रस्त किसानों की दशा एवं दिशा सुधारने, जल संधारण हेतु किये जा रहे कार्य मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र के संग- संग देशे के अन्य भागों में भी निरन्तर चलता रहे, यही हमारी अपेक्षा है और इसके लिए जो भी हमसे सहयोग बन पदक हम करेंगे।

इससे पूर्व भारत भूषण क्षीरसागर ने अपने उद्बोधन में मंचासीन अतिथियों का स्वागत करते हुए सूर्योदय परिवारों द्वारा निर्धन किसानों एवं समाज हिट में चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं के बारे में सन्तिप्त जानकारी दी। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों से आये हज़ारों किसान उपस्थित थे।

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