रांची। भाकपा माओवादी नक्सली संगठन की चांडिल सबजोन की एरिया कमांडर सोनिया मुंडा ने कहा कि शीर्ष नक्सली संगठन में महिलाओं का शारीरिक शोषण करते हैं। संगठन में काम करने पर छोटे सदस्यों को पैसा भी नहीं दिया जाता। मैं पार्टी छोड़कर राज्य के विकास में कदम से कदम मिलाकर योगदान देना चाहती हुं।
गौरतलब है कि सोनिया खूंटी जिले के इंदीपीड़ी गांव की रहने वाली है। उसके विरुद्ध विभिन्न थानों में चार मामले दर्ज है। सोनिया 2009 में भाकपा माओवादी संगठन से जुड़ी। सोनिया कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन के दस्ते में भी रह चुकी है। वहीं भाकपा माओवादी के दस्ता सदस्य हरि सिंह मुंडा उर्फ मिस्त्री ने कहा कि शीर्ष नक्सली आदिवासियों का शोषण संगठन में कुछ ज्यादा करते हैं। उसने बताया कि वह गांव में मिस्त्री का काम करता था। संगठन का दस्ता गांव आया और जबरन 2009 में उसे उठाकर ले गया। वह संगठन में हथियारों की मरम्मत का काम करता था। इस दौरान नक्सलियों के शीर्ष नेता उसका शोषण करते थे। उसने कहा कि संगठन गरीबों को न्याय दिलाने की बात करता है लेकिन संगठन का ध्यान सिर्फ लेवी वसूलने में है। मौका मिलते ही संगठन से भागकर मैं सरेंडर करने आया हूं। हरि के विरुद्ध अड़की थाने में दो मामले दर्ज हैं।