जबलपुर। मानसिक रुप से अविकसित बच्चों के लिए देवताल में संचालित बालगृह में लगातार मौतें हो रही हैं। इस महीने दो मौतें हो चुकी हैं। इन मौतों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के अधिकारियों की प्रताडऩा एवं लापरवाही से मौतें हुई हैं। संयुक्त संचालक राजश्री राय एवं अन्य अधिकारियों द्वारा इन पर पर्दा डालने का प्रयास किया जा रहा है। बच्चों का चुपचाप अंतिम संस्कार तक कर दिया गया और मामले की सूचना स्थानीय प्रशासन के आला अधिकारियों और सरकार को नहीं दी गई है।
मामला विगत नवंबर में आदर्श नामक विकलांग बालक की मृत्यु और इस माह सरमन एवं संजय नामक बच्चों की मौत से जुड़ा हुआ है। हालांकि मामले पर विभागीय अधिकारियों का तर्क है कि मृत्यु के बाद तीनों ही बच्चों का पोस्टमार्टम हुआ है तथा इसकी अधिकृत सूचना कलेक्टर और सरकार को भी दी गई है। राजश्री संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण राजश्री राय के मुताबिक उन्होंने स्वयं इस मामले से कलेक्टर एस.एन. रुपला तथा अपने भोपाल स्थित मुख्यालय को अवगत कराया है।
कुछ स्थानीय संगठन यदि इस मामले पर उनसे जानकारी चाहते हैं तो वे मांग सकते हैं, लेकिन विभाग द्वारा स्वयं अपनी ओर से किसी संगठन को ऐसी जानकारी दे इसकी परंपरा नहीं है। इधर इस मामले को मुद्दा बना कर अष्टावक्र विधवा सेवा विकलांग संगठन संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण को घेरने की तैयारी में जुट गया है। संघ के सचिव देवेंद्र सोनी, शमशेर खान, राजेंद्र रैकवार आदि का आरोप है कि संयुक्त संचालक ने पूरे मामले में लीपापोती की है। इसके खिलाफ एक जनवरी से आंदोलन किया जाएगा।
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