नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद रविवार दोपहर को चंडीगढ़ से अपने तीन दिवसीय भारत दौरे का आगाज करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंडीगढ में उनकी अगवानी के लिए मौजूद रहेंगे।
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ आज दोपहर एक बजे चंडीगढ़ पहुंचेंगे। यहां वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ रॉक गार्डन, कैपिटल कॉम्पलेक्स और सरकारी संग्रहालय व आर्ट गैलरी जैसे प्रमुख प्रर्यटक स्थलों का संक्षिप्त दौरा करेंगे। इसके अलावा दोनों नेता एक व्यापार शिखर सम्मेलन में भी शामिल होंगे। शाम के समय दोनों अलग-अलग दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
सोमवार को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद का समारोहपूर्वक स्वागत किया जाएगा। इसके बाद, वह हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसके बाद प्रमुख क्षेत्रों में विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
ओलांद 26 जनवरी को राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में मुख्य अतिथि होंगे। यह पांचवां अवसर होगा जब फ्रांस का राष्ट्रपति भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित होगा। इसके अलावा स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब गणतंत्र दिवस परेड में विदेशी सैनिक हिस्सा लेंगे। इस बार फ्रांस के सैनिक भारतीय सैनिकों के साथ राजपथ पर मार्च करेंगे। इससे पहले, भारतीय सेना के मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजीमेंट के सैनिकों ने वर्ष 2009 में फ्ऱांसीसी सैनिकों के साथ फ्रांस में मार्च किया था। ओलोंद मोदी के साथ बातचीत करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच पेरिस एवं पठानकोट हमलों की पृष्ठभूमि में आतंकवाद विरोधी लड़ाई में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर प्रमुखता से विचार होगा।
भारत और फ्रांस पेरिस और पठानकोट हमलों के मद्देनजर आतंकवाद पर व्यापक चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि अन्तराष्ट्रीय समस्या बन चुके आतंकवाद पर सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की भारत यात्रा के दौरान दोनों देश व्यापार में और वृद्धि के लिए प्रमुखता से बातचीत करेंगे। फ्रांस के राजदूत फ्रांस्वा रिचियर ने कहा है कि ओलांद की यात्रा के दौरान आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और स्मार्ट सिटीज पर बातचीत होगी। उन्होंने कहा सीरिया, इराक और अफ्रीका में आपात स्थिति, सैन्य अभियान एवं भारत के हालात समेत मौजूदा हालात को देखते हुए आतंकवाद पर विशेष ध्यान रहेगा।