जबलपुर। स्टोव भभकने से झुलसी अपनी पत्नी का महाकौशल अस्पताल में इलाज करा रहे एक युवक ने आईसीयू के बगल में खाली पड़े कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह जैसे ही सफाईकर्मी ने पोंछा लगाने के लिए कमरे का दरवाजा खोला युवक को फांसी पर लटका देख उसके होश उड़ गए। उसने तत्काल अस्पताल प्रबंधन को सूचित किया। अस्पताल से मिली सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा कार्रवाई कर शव पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज रवाना कर दिया है।
बस स्टैंड चौकी पुलिस के अनुसार 25 नवंबर को वीकल इस्टेट मढ़ई निवासी श्वेता केवट खाना बनाते समय स्टोव भभकने से बुरी तरह जल गई थी। उसे बचाने के प्रयास में पति पंकज केवट भी आंशिक रूप से जल गया था। श्वेता की गंभीर हालत के चलते पंकज ने उसे महाकोशल अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां हर रात वह श्वेता के साथ अटेंडेंड के रूप में रुकता था।
गुरुवार रात 10 बजे तक वह अपनी पत्नी के साथ आईसीयू में बैठा रहा और उसके सोने के बाद आईसीयू के बगल में स्थित रूम नंबर 204 में आकर पंखे के हुक से लटककर उसने फांसी लगा ली।
बताया जाता है कि ससुराल वाले उसे दोषी ठहरा रहे थे। पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर कारण उजागर करने का प्रयास कर रही है। बताया जा रहा है कि 25 नवंबर को हुए अग्नि हादसे में श्वेता लगभग 80 प्रतिशत जल चुकी थी और अभी भी उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। अपनी पत्नी की इस हालत को देखकर पंकज बहुत परेशान था और इसी तनाव के कारण उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।