केजरीवाल ने लगाया संगीन आरोप
नई दिल्ली। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक बड़ी कार्रवाई के तहत मंगलवार को दिल्ली सचिवालय में प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार और उनके घर पर छापेमारी की। इसके साथ ही जांच एजेंसी ने दिनेश गुप्ता, एके दुग्गल, जीके नंदा, आरएस कौशिश और एस कुमार के ठिकानों को मिलाकर दिल्ली-यूपी में 14 जगहों पर छापेमारी की। सूत्रों का कहना है कि सीबीआई को सह आरोपी जीके नंदा से 10 लाख मिले हैं, जबकि राजेंद्र के घर से तीन लाख रुपए की विदेशी मुद्रा मिली है। इसके अलावा तीन प्रोपर्टी के दस्तावेज भी मिले हैं। उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संगीन आरोप लगाए हैं।
केजरीवाल ने दावा किया है कि सीबीआई इस मामले पर झूठ बोल रही है। वह मेरे प्रधान सचिव राजेन्द्र कुमार के कार्यालय पर छापेमारी नहीं कर रही, बल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय पर छापेमारी कर रही है। इस दौरान मेरी फाइलों को देखा जा रहा है।
केजरीवाल एक के बाद एक ट्वीट करके दावा किया कि यदि सीबीआई के पास राजेन्द्र के खिलाफ कोई सबूत था, तो वह मुझे इस बात की जानकारी देती। वह स्वयं राजेन्द्र कुमार के खिलाफ कार्रवाई करते।
कौन सी फाइल चाहिए?
उन्होंने कहा कि वह एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री है, जिसने भ्रष्टाचार के आरोप के चलते अपने एक मंत्री एवं अधिकारी को उनके पद से हटा दिया। साथ ही उनके मामले की जांच सीबीआई को सौंपी । इसके बावजूद भी मुझे परेशान किया जा रहा है। उन्होंने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कि प्रधानमंत्री बताएं कि उन्हें कौन सी फाइल चाहिए।
केजरीवाल की तरह उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित आप पार्टी के कई नेताओं ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए छापामारी की कार्रवाई को बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई बताया है।