नई दिल्ली। दिल्ली के नगर निगम के सफाई कर्मियों के बाद सोमवार से निगम के स्कूलों के शिक्षक एवं अस्पतालों के डॉक्टर एवं नर्स भी बेमियादी हड़ताल पर चले गए। इनमें निगम के 15 हजार शिक्षक एवं अस्पतालों के करीब दो हजार सीनियर डॉक्टर, पांच हजार रेजीडेंट डॉक्टर और 15 हजार नर्स हैं।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को हडताल करने वाले शिक्षकों एवं डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि उनकी वजह से छात्रों का भविष्य एवं मरीजों की सेहत दांव पर लगी है। सिसोदिया ने कहा कि शिक्षकों एवं डॉक्टरों की मांगें जायज है, लेकिन दिल्ली सरकार इसमें कुछ नहीं कर सकती।
सरकार को निगम कर्मचारियों के वेतन का जितना पैसा देना होता है, वह पहले ही दिया जा चुका है। सरकार केवल निगम के मेयरों एवं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से अपील कर सकती है कि निगम कर्मियों को उनका वेतन जल्द से जल्द दिया जाए। सडकों से कूडा उठाने को केवल फोटो खिचवाने का अवसर वाले भाजपा नेताओं के बयान पर सिसोदिया ने कहा कि सरकार के मंत्रियों एवं अधिकारियों द्वारा सडकों से कूडा हटाया जाना केवल फोटो खिचवाने का मौका नहीं है। दिल्ली की सडकों पर फैला कूडा वाकई में साफ़ किया गया है।