नई दिल्ली। जून का महीना शुरू होते ही एक बार गर्मी ने फिर से अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। भीषण गर्मी के चलते लोग एक बार फिर से सूरज की तपन में झुलसने को मजबूर हैं। दोपहर के 10 बजते ही सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है। बाजार सुनसान नजर आने लगे है। पारा 45 डिग्री से ऊपर पहुंचने के कारण कूलर और एसी ने काम करना बंद कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार अभी दो तीन दिन तक पारा बढ़ने की संभावना है। जिले में बारिश 18 से 20 जून के बीच में हो सकती है। ऐसा अनुमान भी मौसम विभाग का है।
मौसम विभाग के श्रीपरिहार ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को पारा 45.4 डिग्री रहा। रविवार को भी तापमान में इजाफा देखने को मिल रहा है। अभी तीन दिन तक पारे में बढ़ोत्तरी हो सकती है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष इस तारीख को पारा 44 डिग्री था उन्होंने बताया कि मानसून 15 जून के बाद ही आयेगा और जिले में बारिश 18 से 20 जून के बीच होने की संभवना पाई जा रही है। मौसम विभाग के परिहार ने भी इस बात को स्वीकार किया कि गर्मी इतनी अधिक हो रही है जिससे जन जीवन बेहाल है। जल स्त्रोतों का पानी दिन प्रतिदिन नीचे खिसकता जा रहा है।
दिनचर्या प्रभावित
भीषण गर्मी के कारण लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है, सुबह मॉर्निग वाक पर जाने वाले लोगों ने बताया कि सुबह 6 बजे के बाद से ही गर्म हवाएं चलने लगती है इसलिए मार्निग वाक का समय बदल दिया। अब मॉर्निग वाक पर जाने वाले लोग सुबह 6 बजे के पहले ही घूमकर वापिस आ जाते हैं। लेकिन दोपहर के 10 बजते ही लोगों की दिनचर्या प्रभावित होने लगती है।
वहीं लोग इस भीषण गर्मी में बाहर निकलते हैं जिन्हें बहुत ही जरूरी है। अन्यथा लोगों की हिम्मत घरों से बाहर निकलने की नहीं होती। सड़के सुनसान नजर आने लगती है। दुकानदार सन्नाटे में बैठे रहते हैें। कई दुकानदारों ने बताया कि गर्मी के कारण उनकी दुकानदारी प्रभावित हो रही है क्योंकि ग्रामीण अंचलों के लोग इस भीषण गर्मी में शहर की ओर आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
मरीजों की संख्या बढ़ी
नौतपा में लोगों को पहले उम्मीद थी कि गर्मी बढ़ेगी लेकिन नौतपा में पानी बरसने के कारण तापमान में गिरावट आ गयी और लोगों ने सुकून महसूस किया। लेकिन नौतपा खत्म होते ही गर्मी फिर शबाव पर पहुंच गयी जिससे लोग अब मौसम की मार से बीमार होने लगे हैं कोई लू से पीड़ित हो रहा है तो कोई उल्टी दस्त की बीमारी से। अस्पताल में ऐसे मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।
मेडिकल विशेषज्ञ के डॉक्टरों के अनुसार किसी भी व्यक्ति को इस भीषण गर्मी में खाली पेट बाहर नहीं निकलना चाहिए। गर्मी से बचाव के लिए तरल पदार्थों का उपयोग ज्यादा करना चाहिए। शरीर में पानी की कमी न रहने पाये। पानी की कमी होने पर ही लोग बीमार होते है। गर्मी में स्वच्छ पानी भी पीना चाहिए। दूषित और गंदे पानी से लोगों के बीमार होने की संभवना अधिक रहती है।