उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर केपी बांगर पर हमला करने वाले बाघ ब्लूआई की दूसरे दिन मौत हो गई। बाघ का शव धमोखर रेंज में उसी स्थान पर पाया गया, जहां उसने डीडी पर हमला किया था।
बताया गया है कि शनिवार को डीडी पर हमले के बाद ब्लूआई बाघ टैरेटरी फाईट में घायल हो गया था जिसके बाद उसे उपचार के लिए वन अधिकारी गन से डॉट दे रहे थे। समझा जाता है कि दवा के ओवरडोज के कारण उसकी मौत हो गई है। इस मामले में पार्क प्रबंधन पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है। गौरतलब है कि बीटीआर के धमोखर में शनिवर की शाम को इसी ब्लूआई बाघ ने डीडी कैलाश प्रसाद पर हमला कर दिया था। इन्हें बचाने के चक्कर में एक रेजर का हाथ टूट गया था।
दे रहे थे डॉट
ब्लू आई की मौत के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार ब्लू आई जख्मी था जिसके इलाज के लिए पार्क प्रबंधन द्वारा गन डॉट देकर उपचार किया जा रहा था। बाघ को कड़कती धूप में डाट दिया गया जिससे वे बेहोश हो गया। बेहोशी के बाद बाघ को होश नहीं आया। उसे होश में लाने का काफी प्रयास किया पर उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद बाघ का पोस्टमार्टम किया गया और शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
डीडी को मामूली चोटें
बाघ के हमले में डिप्टी डायरेक्टर केपी बांगर को मामूली चोटें आई हैं। पहले यह रायता फैल गया था कि केपी बांगर को बहुत गहरी चोट पहुंची हैं मगर ऐसा नहीं है। उनके बैक साइड में हल्की चोट पहुंची है जिसका प्राथमिक उपचार कर दिया गया है।
अधिकारियों का फोन नॉट रिचेएवल
बाघ की मौत की सच्चाई जानने के लिए जब रिपोर्टरों ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अधिकारियों के सेलफोन पर कॉल किया तो हर बार उनका मोबाइल फोन नॉट रिचेएवल बताता रहा।