कानपुर। शहर में रहने वाली एक डांसर को युवक से शादी करना महंगा साबित हो रहा है। लड़के के परिजनों के न स्वीकारे जाने पर युवती जबरन ससुराल में दाखिल हो गई और अपनी बेटी के साथ धरने पर बैठ गई। वह किसी भी हाल में पति को छोड़कर अलग नहीं रहना चाहती। मामले की जानकारी पर पहुंची पुलिस ससुरालियों व युवती के बीच सुलह कराने की कोशिश कर रही है।
बाबूपुरवा कोतवाली क्षेत्र के चार राड चौराहे पर रहने वाले मो. असलम चप्पल बनाने का काम करते है। परिवार में पत्नी जमीला बेगम और एकलौती बेटी समीरा है। समीरा की शादी पांच साल पहले लखनऊ के रहने वाले मो. अरमान से हुई थी, लेकिन शादी के छह माह बाद ही उससे तलाक हो गया जिससे उसे एक चार साल की बेटी है। तलाक के बाद मायके में रह रही समीरा काम की तलाश में कोलकाता चली गई। जहां तीन महीने रहकर उसने डांसर के तौर पर काम किया और वापस लौट आई। डांसर समीरा के मुताबिक यहां पर उसकी मुलाकात बाबूपुरवा के छह नंबर गेट पर रहने वाले ट्रेवल्स का काम करने वाले रवि से हुई। दोनों के बीच बातचीत के बाद नजदीकियां बड़ी और दोनों ने सात जनवरी 2014 को आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। इसके बाद कोर्ट मैरिज की।
उसने बताया कि शादी की जानकारी और मेरे दूसरे धर्म के होने के चलते पति रवि के परिवार वालों ने मुझे घर में रखने से मना कर दिया जिसके बाद दोनों अलग कमरा लेकर रहने लगे। दोनों के एक बेटी हुई। कमाई कम होने पर पति के कहने पर वह फिर से डांस करने लगी और दुबई, कोलकत्ता, मुंबई समेत कई जगहों पर गई। लाखों रूपये कमाने के बाद पति को दिए, लेकिन अब पति मुझसे बात करने को भी नहीं तैयार है। रविवार को युवती बेटी के साथ ससुराल पहुंच गई और घर में दाखिल होकर अपना हक मांगने लगी। युवती पति के साथ ससुराल में ही रहने की बात पर अड़ गई और अनशन पर बैठ गई। जानकारी होने पर बाबूपुरवा थानाध्यक्ष अशोक सिंह फोर्स के साथ पहुंचे और दोनों ओर की बात सुनी। उन्होंने कहा कि दोनों के बीच समझौता कराया जा रहा है। वह अब अपने ससुराल में ही रहेगी, इस बात पर पति भी राजी हो गए है।