नई दिल्ली। कांग्रेस सौ दिनों के भीतर विदेशों में जमा सुरक्षित काले धन को देश में वापस लाने का वादा पूरा करने में नाकाम रहने भाजपा नेतृत्व वाली राजग सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि शराब कारोबारी विजय माल्या वास्तव में एक ‘डबल एनआरआई’ – ‘नॉन-रिपेइंग इंडियन’ और ‘नॉन-रिटर्निंग इंडियन’ बन गया है। कांग्रेस ने काले धन को देश में वापस लाने का वादा पूरा करने में नाकाम रहने के लिए भी सरकार की आलोचना की।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संसद परिसर में सोमवार को कहा कि माल्या कथित तौर पर 01 मार्च को सदन में मौजूद था। उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात कर बात भी की I पूरा देश जानता है कि अगले ही दिन वह देश छोड़ कर भाग गया। हालात बताते हैं कि सीबीआई, बैंकों, प्रवर्तन निदेशालय, सेबी, एसएफआईओ, सर्विस टैक्स और आयकर की ओर से शुरू की कार्यवाई के बावजूद माल्या देश छोड़कर चला गया। उन्होंने कहा कि माल्या, जो भाजपा सरकार के ‘फेयर एंड लवली योजना’ के रूप में भारत से दूर चला गया है, सही मायने में वह अब एक ‘डबल एनआरआई’- ‘नॉन-रिपेइंग इंडियन’ और ‘नॉन-रिटर्निंग इंडियन’ बन गया है।
सुरजेवाला नेसरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 130 करोड़ भारतीय सीबीआई के लुक आउट नोटिस के विरोध का अर्थ समझ गए हैं। लुक आउट नोटिस जो केवल जानकारी के लिए है, इसका मतलब स्पष्ट है – तुम देखो, मैं निकला बाहर। माल्या, जो लंदन में आराम कर रहा है, वह मीडिया सहित हर व्यक्ति के विचार पर हमला कर रहा है – ‘मुझे ऋण दो और अकेला छोड़ दो’।
सुरजेवाला ने सरकार में ‘पारदर्शिता और जवाबदेही’ के बारे में दावों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया है कि मोदी सरकार किस तरह से माल्या पर बकाया राशि को जब्त करेगी ? सुरजेवाला ने बयानबाजी से ऊपर उठकर सच्चाई का सामना करने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी से आग्रह करते हुए कहा कि अपनी ‘फेयर एंड लवली योजना’ को खत्म कर, राष्ट्रीय हित में ललित मोदी और विजय माल्या के खिलाफ सरकार निर्णायक कार्रवाई करें I