इसी वित्तीय वर्ष से शुरु होगा विद्युतीकरण का कार्य
उदयपुर। अगले दो माह में जयपुर से वाया उदयपुर होते हुए अहमदाबाद तक जाने वाली 700 किमी रेलवे ट्रेक का विद्युतीकरण का कार्य प्रारम्भ हो जाएगा। वहीं उदयपुर-अहमदाबाद आमान परिवर्तन का कार्य वर्ष 2018 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। सीएसआरएस स्कीम के तहत सिटी स्टेशन पर कराए गए कार्यों की सराहना की। रेलवे स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उत्तर-पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अनिल सिंघल ने बताया कि केंद्र सरकार ने जयपुर से लेकर उदयपुर होते हुए अहमदाबाद तक की 700 किमी ट्रेक पर विद्युतीकरण कार्य करने के आदेश पिछले वर्ष हुए थे, जिसके तहत टेंडर प्रक्रिया का कार्य अंतिम चरणों में चल रहा है। इसी वित्तीय वर्ष में यह कार्य प्रारम्भ हो जाएगा, जिससे यात्री व मालगाडिय़ां विद्युत लाईन से चलने लग जाएगी, जिससे इनकी रफ्तार भी बढ़ जाएगी। वर्तमान में डीजल इंजन से रेलगाडिय़ों का आवागमन हो रहा है। विद्युतीकरण करने से जहां गति बढ़ेगी वहीं फ्यूल की समस्या समाप्त हो जाएगी।
2018 तक होगा अहमदाबाद ट्रेक पूर्ण
महाप्रबंधक अनिल सिंघल ने बताया कि उदयपुर-अहमदाबाद के आमान परिवर्तन का कार्य तेज गति से चल रहा है। वर्ष 2018 तक इसको पूर्ण करने का लक्ष्य है और 2018 से इस ट्रेक पर रेलगाडिय़ां शुरू हो जाएगी। वर्तमान में इस लाईन पर पुल का निर्माण किया जा रहा है। गत रेल बजट में इस लाईन पर 100 करोड़ की राशि आवंटित की गई थी, जिसमें से अधिकांश राशि का व्यय हो चुका है, कुछ राशि बची है जो वित्तीय वर्ष तक चल रहे कार्यों पर खर्च हो जाएगी। नए बजट में राशि बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा हुआ है, जिससे रेल बजट में मोटी राशि मिलने का अनुमान है ताकि इस ट्रेक पर कार्य और तेजी से चला कर लक्ष्य पर कार्य पूरा कराया जा सके।
सिटी स्टेशन पर लगेगी स्वचलित सीढिय़ां
महाप्रबंधक ने बताया कि आगामी छह के भीतर सिटी स्टेशन पर एक लिफ्ट और स्वचलित सीढिय़ों का कार्य पूर्ण करा लिया जाएगा, ताकि यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने में सुविधा हो सके। महाप्रबंधक ने बताया कि पूजा एक्सप्रेस, हरिद्वार एक्सप्रेस व मैसूर एक्सप्रेस को उदयपुर तक चलाने का प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेजा गया है, जिसकी इस रेल बजट में स्वीकृति मिलने की उम्मीद है।
राज्य में बुलेट ट्रेन आने में लगेंगे 8 साल
प्रदेश में एक मात्र बुलेट ट्रेन जयपुर को मिली है। इस बुलेट ट्रेन को चलाने के लिए ट्रेक तैयार करने के लिए कम से कम आठ साल लग जाएंगे। बुलेट ट्रेन के लिए जापान की कम्पनी से भारत सरकार के रेल मंत्रालय का करार हो चुका है।
फिर शुरू होगा हेरिटेज ट्रेक
गोरम घाट के हेरिटेज ट्रेक पर पर पूछे गए सवाल के जवाब में महाप्रबंधक अनिल सिंघल ने कहा कि वर्ष 2014 में इस ट्रेक पर ट्रेन चलाई थी, लेकिन पर्यटकों का रूझान कम होने से इस ट्रेक को स्थगित कर दिया गया था, लेकिन शीघ्र ही इस हेरिटेज ट्रेक पर ट्रेन चलाई जाएग और पर्यटकों के रूख के आधार पर ट्रेन को नियमित किया जाएगा।
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