नई दिल्ली। उत्तराखंड के 13 जिलों के जंगल भीषण आग की चपेट में आ चुके हैं। इसके चलते सरकार ने 13 पहाड़ी जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। राष्ट्रीय आपदा रिस्पॉन्स फ़ोर्स (एनडीआरएफ) की तीन टुकडियां राज्य के अलग-अलग जिलों में आग बुझाने के काम में लगी हुई हैं। आग बुझाने के लिए हेलिकॉप्टरों का प्रयोग किया जा रहा है। कई इलाकों में आग पर काबू पाया भी गया है, लेकिन कुछ हिस्से हैं जहां अभी भी आग लगी हुई है। राज्य के 4,500 वन कर्मचारी आग की घटनाओं पर नज़र बनाए हुए हैं।
पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए लगभग छह हजार फायर कर्मियों को भेजा गया है। साथ ही इस अभियान के लिए पांच करोड़ रूपए की राशि भी जारी की गई है।
केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वनों के महानिदेशक और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस मुद्दे पर बैठक कर रहे है और स्थानिय बलों को दिशा निर्देश दे रहे हैं। छह हजार लोगों को आग बुझाने के काम में लगा दिया गया है।
उन्होंने कहा, “सरकार इस मसले पर काफी गंभीर है और समाधान करने के लिए उपाय भी कर रही है। सभी वरिष्ठ अधिकारी आग बुझाने के अभियान में जुटे हुए हैं। केंद्र सरकार ने शनिवार को पांच करोड़ की राशि जारी की है और जरूरत पड़ने पर हम और फंड उत्तराखंड भेंजेगे”।
जावड़ेकर ने कहा कि आग किन कारणों से लगी इसकी जांच की जाएगी। भविष्य में ऐसी घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए एक कार्य योजना भी उनका मंत्रालय बनाएगा।