नई दिल्ली। देश में भास्कर भगवान के तेज में चमक होने से तपन व गर्मी में इजाफा होने से जनजीवन व्यस्त होने लगा है। वही कूलर, पंखों, एयरकंडिशनर के रफ्तार पकड़ने से विधुत खपत बढ़ने लगी है। प्रात: से ही सूर्य की तेज धूप का दौर शुरू हो जाने से रात्रि को गिरा तापमान पुन: बढ़ने लगता है तथा दोपहर होते होते धूप में तेजी होने से बाजारों में सन्नाटा पसरने से दुकानदार आराम से बैठे रहते है तथा कुछ दुकानदार दोपहर में दुकान बंद कर चले जाते है और सांय तपन कम होने पर दुकान खोलते है। गर्मी बढ़ने के साथ ठण्डे पेय, खाद्य पदार्थों, आईसक्रीम की बिक्री बढ़ गयी है तथा ऐसे पदार्थों की दुकानों पर देर सांय तक भीड़ का नजारा दिखाई देने लगा है। वही खराब पदार्थों की खुली बिक्री से लोग रोगों की चपेट में आ रहे है। तापमान के कारण अस्पतालों में रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। जिनसे अधिकतर उल्टी दस्त पेट दर्द से पीड़ित रोगी भर्ती हो रहे है।
वही दूसरी ओर वन क्षेत्र, जंगलों में पानी के स्त्रोत सूख जाने व जलस्तर गिर जाने से वन्य पशु पक्षी भी विचलित दिखाई दे रहे है। ऐसे में प्यासे वन्य जीव जन्तु पानी की तलाश में समीपस्थ गाँवों की ओर पानी पीने के लिए रुख करने लगे है। वही धूप गर्मी से बचने के लिए लोगन के द्वारा रुमाल, स्कार्फ, चश्मे आदि का उपयोग किये जाने के कारण इनकी बिक्री में भी इजाफा होने लगा है। बहरहाल गर्मी का आलम एवं गिरता जलस्तर आम आदमी की दिन चर्चा को प्रभावित कर रहा है। प्रशासन एवं सम्बन्धित विभाग इस ओर आमजन को पेयजल मुहैया कराने के प्रयास कर रहे है। लेकिन ऐसे प्रयास अभी तक नाकाफी साबित हो रहे है।
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