नई दिल्ली। लंबे से समय से पाकिस्तान में रह रही गीता आखिरकार सोमवार को भारत पहुंच गई। कराची से दिल्ली पहुंची गीता को पाकिस्तान उच्चायुक्त के अधिकारी एयरपोर्ट लेने पहुंचे।
अधिकारियों के साथ गीता के कथित पिता जनार्दन महतो एवं अन्य परिजन भी एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद विदेश मंत्रालय के अधिकारी गीता एवं उनके परिजनों को जवाहर भवन ले गए।
गीता की फ्लाइट ने सुबह करीब 8 बजे कराची एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी। गीता के साथ ईदी फाउंडेशन के कुछ प्रतिनिधि भी दिल्ली पहुंचे हैं। ये प्रतिनिधि यहां राजकीय मेहमान होंगे।
गीता के कथित पिता जनार्दन महतो ने बताया कि गीता 15 साल पहले बिछड़ गई थी । हमें गीता की स्वदेश वापसी का लंबे समय से इंतजार था। हमारे अलावा देशवासियों को भी गीता की वापसी का इंतजार था।
ईदी फाउंडेशन के प्रमुख फैसल ईदी के अनुसार हम खुश हैं कि वह अपने परिवार से मिलने जा रही है। हमने गीता को बहुत सारे सूट और सोने का एक सेट भी तोहफे में दिया है । ईदी के प्रतिनिधियों ने बताया कि गीता हिंदी में अपना नाम गुड्डी लिखती है, जबकि मम्मी ने इसे गीता नाम दिया था।
कौन है गीता
23 साल की गीता करीब 15 साल पहले गलती से पाकिस्तान चली गई थी। तब वह करीब 8 साल की थी। गीता पाकिस्तानी रेंजर्स केजवानों को समझौता एक्सप्रेस के एक डिब्बे में अकेली बैठी मिली थी। इसके बाद पाक रेंजर्स ने गीता को ईदी फाउंडेशन नामक एक एनजीओ को सौंप दिया था। जहां वो बीते 15 साल से रह रही थी ।
गीता सुन-बोल नहीं सकती
विदेश मंत्रालय ने गीता का परिवार होने के दावा करने वाले कई लोगों की तस्वीरें पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग को भेजी । उनमें से एक तस्वीर को गीता ने पहचाना और अपना परिवार बताया ।
इसी आधार पर गीता को पाकिस्तान से भारत लाया गया। हालांकि गीता को उसके परिवार के सुपुर्द करने से पहले उसका एवं परिजन का डीएनए टेस्ट किया जाएगा।