रीवा। मध्यप्रदेश के सेमरिया थाना अंतर्गत ग्राम अटरिया में कर्ज में दबे एक किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। उसने दो एकड़ जमीन गहन रखकर बेटी की शादी के लिए 60 हजार रुपए का कर्ज लिया था। सूखे की वजह से फसल बर्बाद होने से किसान व्यथित था।
अटरिया निवासी यज्ञनारायण दुबे (55) सूखे की वजह से फसल खराब होने से काफी परेशान था। उसने शुक्रवार शाम 5 बजे घर में जहर खा लिया। हालत बिगडऩे पर परिजन को घटना की जानकारी हुई। यज्ञनारायण को अस्पताल लाया गया। देर रात उपचार के दौरान किसान की मौत हो गई।
मृतक के बड़े पुत्र प्रदीप दुबे ने पुलिस को दिए गए बयान में बताया कि पिछले वर्ष उसकी बहन की शादी हुई थी। शादी करने के लिए पिता ने गांव के एक व्यक्ति के पास दो एकड़ भूमि एक वर्ष के लिए गहन रख कर 60 हजार रुपए कर्ज लिया था।
कर्ज को इस वर्ष की फसल बेचकर चुकाना था। पूरे परिवार के बीच महज 5 एकड़ जमीन है। इसमें से दो एकड़ गहन रख दी गई थी। तीन एकड़ जमीन में बुवाई की गई थी।
सूखे की वजह से फसल बर्बाद होने के बाद कर्ज देने की उम्मीद खत्म हो गई थी। इससे लगातार यज्ञनरायण चिंतित रहते थे।
लगातार आत्महत्या के समाचार
सूखे से फसल खराब होने से निराश किसान लगातार मौत को गले रहे हैं। एक सप्ताह में तमरादेश में अवधलाल पटेल, बहेरा के रामभाऊ पांडेय और रामपुर मऊगंज के गोविंद शुक्ला की मौत हो चुकी है।
इसके बाद भी जिला प्रशासन सूखा राहत सर्वे में तेजी नहीं ला पा रहा है। देश के अन्य राज्यों में भी फसलें खराब होने की वजह से किसानों की आत्महत्या के समाचार आए दिन मिल रहे हैं।