नई दिल्ली। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर ने कहा है कि देश में करीब 500 अरब रुपये के फल और सब्जियां बर्बाद हो जाती है। इसकी मुख्य वजह देश में ‘कोल्ड स्टोरेज’ की श्रृंखला का नहीं होना है।
राजधानी में हुए छठे ‘नेशनल कोल्ड चेन समिट’ को संबोधित करते हुए कौर ने कहा कि भारत हर वर्ष 8.6 लाख टन फल और 16.9 लाख टन सब्जियों का उत्पादन करता है और इसका करीब 25-30 प्रतिशत अच्छे रख-रखाव के अभाव में बर्बाद हो जाता है।
उन्होंने कहा कि ‘कोल्ड चेन’ को फार्म से रिटेल तक विकसित किया जाना जरूरी है। इसमें खेतों के पास अल्पकालिक कोल्ड स्टोरेज, वातानुकूलित परिवहन व्यवस्था और दीर्घकालिक कोल्ड स्टोरेज शामिल हैं। पूरे ‘कोल्ड चेन’ में कोल्ड स्टोरेज की अहम भूमिका है। कौर ने कहा कि इस संबंध में ढांचागत विकास के लिए सरकार कई तरह की रियायतें दे रही है और वर्ष 2017 तक इसमें 25.8 प्रतिशत की बढोतरी की उम्मीद है।
‘नेशनल कोल्ड चेन समिट’ का आयोजन ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फुड टेक्नोलॉजी इंटरप्रिन्यूरशिप एंड मैनेजमेंट’ और ‘कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री’ ने मिलकर किया था। इसमें कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव पट्टनायक शोभना कुमार, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के विशेष सचिव जेपी मीणा, नेशनल सेंटर फॉर कोल्ड चेन डेवलपमेंट के सीईओ पवनेक्ष कोहली ने भी हिस्सा लिया।