नई दिल्ली। 1 जनवरी को दिल्ली की सड़कों पर केवल विषम यानी ऑड नंबर (1,3,5,7) वाली गाडिय़ों ही उतरीं। फिर भी दिल्ली की हवा की क्वालिटी में कोई विशेष सुधार देखने को नहीं मिला। ऑड-ईवन फॉर्मूले के तहत आधी से ज्यादा गाडिय़ां सड़क से बाहर रहने के बावजूद दिल्ली में हवा की क्वालिटी में ज्यादा सुधार देखने को नहीं मिला।
शुक्रवार दोपहर प्रदूषण मीटर पर हवा की क्वालिटी स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक स्तर पर रही। एक्सपट्र्स का कहना है कि ऑड-ईवन फॉर्मूले से हवा में प्रदूषण की मात्रा घटेगी जरूर, लेकिन इसका असर दिखने में अभी वक्त लगेगा। दिल्ली की हवा में प्रदूषण की बढ़ती मात्रा को देखते हुए अरविंद केजरीवाल सरकार ने ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू किया है। दिल्ली स्थित सोशल ऐक्शन फॉर फॉरेस्ट एंड इन्वाइरनमेंट (एसएएफई) के पर्यावरण कार्यकर्ता विक्रांत तोंगड़ ने दिल्ली की हवा का विश्लेषण किया। इसमें अमेरिकी दूतावास के पास की हवा का स्तर 269 पाया गया जो कि स्वास्थ्य के लिहाज से काफी खतरनाक है। विशेषज्ञों का कहना है आज पहला दिन रहा। आने वाले दिनों में निश्चित रूप से प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी।