चंडीगढ़। सरदारों पर जोक्स को लेकर छिड़ी बहस के बीच सोमवार को एक नया घटनाक्रम पेश आया। बरसों से लोगों के दिलो-दिमाग को गुदगुदाने वाले संता-बंता जोक्स खामोश हो गए। उनकी जगह शुगली-जुगली ने मैदान संभाला है। पंजाब के जालंधर शहर के मशहूर कमेडियन संता-बंता ने अपना नाम बदल लिया है।
सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी। उसमें संता- बंता पर बनने वाले जोक्स पर बैन लगाने की बात कही गई थी। याचिका में कहा गया था कि इस तरह के जोक्स के माध्यम से सरदारों की छवि को खराब करने की कोशिश होती है। इसी के मद्देनजर अब ये दोनों कमेडियन संता -बंता जिनकी वजह से इस नाम को पहचान मिली ने अपना नाम बदल कर शुगली-जुगली रखने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के साथ ही 30 साल बाद संता-बंता पर जोक्स बनाना बंद कर दिया जाएगा।
इन दोनों ने यह फैसला संता-बंता के नाम पर बन रहे अश्लील चुटकलों से आहत हो कर लिया है। उनका कहना है कि इस नाम के जोक्स से एक खास समाज को निशाना बनाया जाता है, जिससे उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचती है ।
सगे भाई हैं दोनों
संता का असली नाम गुरप्रीत सिंह है और बंता का असली नाम प्रभप्रीत सिंह है और ये दोनों भाई हैं। गुरप्रीत सिंह, प्रभप्रीत सिंह के बड़े भाई हैं। संता बैंक में नौकरी करते हैं और छोटे भाई का प्रोडक्शन हाउस है। दोनों भाई पिछले काफी लंबे समये से संता-बंता के नाम से कॉमेडी सीरियल बनाते रहे हैं। जो दूरदर्शन पर खूब चले । जिसके बाद ही संता-बंता का नाम सुर्खियों में आया। इन्होंने सबसे पहले 1997 में सामाजिक मुद्दों पर अपने जोक्स मंच से प्रस्तुत किए और इनके बनाए वीडियो बहुत चर्चित भी हुए।