नींबू मानव स्वास्थ्य के लिए एक बेहतरीन औषधि होने के साथ-साथ भोजन को स्वादिष्ट बनाने का सबसे सस्ता नुस्खा भी है। अगर भोजन में नींबू डाल दें तो स्वाद बढ़ जाता है। खाने का मजा ही कुछ और होता है। इसका अचार भी लोग बड़े चाव से खाते हैं। इतना ही नहीं अगर अपकी त्वचा रूखी हो चली है और इसके रस को उस पर लगाएं तो क्या बात है, त्वचा नरम और मुलायम बन जाती है। तो क्या एक छोटे से नींबू इतने गुण हैं ?
ये हैं गुण
विशेषज्ञों ने कई वैज्ञानिक परीक्षणों के आधार पर जो निष्कर्ष निकाला है। इन परीक्षणों के आधार पर यह कहा गया है कि नींबू में बहुत से गुण हैं। इसमें पांच प्रतिशत साइट्रिक एसिड तो पाया ही जाता है, विटमिन बी, विटमिन सी, कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेड भी प्रचुर मात्रा में मिलता है। इसके खाने से कई स्वास्थ्य लाभ हैं।
ये हैं स्वास्थ्य लाभ
- गरम पानी में मिलकर पीने से बदहजमी दूर होती है। इस तरह के सेवन से चक्कर, डायरिया, उदर की जलन, डकार और अन्य कई पेट रोग से मुक्ति मिलती है।यह प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है। त्वचा की समस्या दूर करता है। चेहरे पर लगाने से ब्लैड हैड व झुर्रियों को मिटाता है। पिंपल पर लगाने से वह सूखता है, उसे फैलने से रोकता है। यह एक एंटी एंजिंग का काम करता है।मसूड़ों में दर्द को मिटाने में कारगर है। मसूड़ों से बहने वाले खून को रोकता है। मुंह की बदबू से निजात मिलती है। गले की सूजन, गला बैठने में गरम पानी में नींबू मिलाकर गरारे करने से निजात मिलती है।
नींबू पानी पीने से हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रेस, थकान और चक्कर से निजात मिलती है। संक्रमण के खिलाफ लडऩे में सक्षम है। माइक्रोऑर्गेनिज्म व संक्रमण से लडऩे वाले डब्ल्यूबीसी और एंटीबॉडी (खून में पाने जाने वाले) के उत्पादन में मदद करता है।
यह फ्री रेडिकल्ज्स को डी-एक्टिवेट करता है। इससे कैंसर का खतरा नहीं होता है। नींबू एंटीऑक्सीडेट को काम करता है। नींबू गुड कोलेस्ट्राल को बढ़ाता है। इससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। सिर में नींबू का रस लगाकर 10 मिनट के बाद धोने से बालों का टूटना, पकना रुकता ह और सिर के जूंए खत्म होती हैं।
एक गिलास गुनगुने पानी में चम्मच भर शहद व एक नींबू का रस मिलाकर पीने से शरीर की चर्बी खत्म होती है। पुराना कब्ज भी दूर होता है। सी फूड को मेरीनेट करने व मीट में बैक्टीरिया को समाप्त करने के लिए नींबू के रस का प्रयोग करें। इससे पेट गेस्ट्रो इंटस्टाइनल ट्रेक इंफेक्शन नहीं हो पाता है।