आज निकालेंगे कैंडल मार्च
गौरांग बोबड़े मर्डर केस
नामदेव न्यूज डॉट कॉम
अजमेर। बिलासपुर के मैग्नेटो मॉल में शिम्पी समाज के युवक गौरांग बोबड़े की हत्या से बिलासपुर की जनता भी आंदोलित हो गई है। आज बिलासपुर पे्रम क्लब में शहर के विभिन्न सामाजिक, छात्र, राजनीति संगठनों आदि की संयुक्त बैठक हुई। सभी ने इसकी निंदा की। हत्या के विरोध में शहर के युवा आज शाम कैंडल मार्च निकालेंगे। वे बस स्टैंड चौक से सिविल लाइन थाने तक मार्च निकालकर पुलिस से हत्या का मामला दर्ज करने की मांग करेंगे।
दूसरी ओर श्री नामदेव समाज विकास परिषद छत्तीसगढ़ व नामदेव पटवा समाज का प्रतिनिधिमंडल राज्य के गृह मंत्री रामसेवक पैंकरा से मिला। समाजबंधुओं ने उन्हें ज्ञापन देकर हत्यारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
ज्ञापन में बताया गया कि बिल्डर श्रीरंग बोबड़े का पुत्र गौरांग बोबड़े अपने दोस्तों के साथ खाना खाने मैग्नेटो मॉल में गया था जहां रहस्यमय तरीके वह घायल हो गया। उसे मॉल के बाउंसरों ने अस्पताल पहुंंचाया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। बाउंसरों का कहना था कि गौरांग सीढिय़ों से गिरकर घायल हुआ जबकि उसके शरीर पर मारपीट के गहरे जख्म थे। वारदात के बाद गौरांग के दोस्तों ने उसके परिजन को जानकारी क्यों नहीं दी। हो सकता है कि उसके दोस्तों ने उसका कत्ल किया हो। या फिर बाउंसरों ने मारपीट कर उसकी हत्या कर दी हो। उन्होंने मामले की गहन जांच कराकर दोषियों पर शिकंजा कसने की मांग की। उन्होंने बताया कि गौरांग के दोस्त बड़े घरानों की संतानें हैं। इस वजह से पुलिस दबाव में है।
आईजी को दिए निर्देश
समाजबंधुओं की मांग पर होम मिनिस्टर पैंकरा ने तुरंत पुलिस महानिरीक्षक से फोन पर बात की और उन्हें मर्डर मिस्ट्री जल्द हल कर कातिलों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
ये थे प्रतिनिधिमंडल में
होम मिनिस्टर से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में नामदेव समाज विकास परिषद के प्रदेशाध्यक्ष राजेश नामदेव, महामंत्री धर्मेश नामदेव, ललित नामदेव, शंकरलाल नामदेव, कोषाध्यक्ष अनिल बरोलिया, नामदेव पटवा समाज के प्रदेश अध्यक्ष पवन कुमार नामदेव, लवकेश कुमार नामदेव, जगमोहन नामदेव, बालकिशन नामदेव आदि शामिल थे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी ली जानकारी
नामदेव समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्वालाप्रसाद नामदेव, योगाचार्य के.एल.नामदेव आदि वरिष्ठ समाजबंधुओं ने छत्तीसगढ़ के पदाधिकारियों से प्रकरण की जानकारी लेकर सरकार पर दबाव बनाने को कहा ताकि गौरांग के परिवार को न्याय मिल सके।