नामदेव न्यूज डॉट कॉम
टाइगर की दहाड़ ही काफी है होश उड़ाने के लिए। ऐसे में नजदीक जाना तो दूर की बात है। लेकिन दुनिया में एक जगह ऐसी भी जहां आप टाइगर को चेन से बांधकर किसी पालतू कुत्ते की तरह घुमा सकते हैं। उसकी गोद में सो सकते हैं, उसके बालों में हाथ फिरा सकते हैं। वो भी एक दो नहीं बल्कि डेढ़ टाइगर के बीच। यह कोई जू या सर्कस नहीं बल्कि थाईलैंड का टाइगर टेम्पल है। थाईलैंड के कंचनबुरी प्रांत में है, जो बर्मा की सीमा से लगा हुआ है। इस क्षेत्र में बने बौद्ध मंदिर में रहनेवाले बौद्ध भिक्षुकों ने इस मंदिर को वन्य जीव संरक्षण से जोड़ दिया। जिसके बाद यहाँ बाघ को लाया जाने लगा और उनकी देखभाल की जाने लगी।
पहली बार यहाँ बाघ का एक बच्चा लाया गया था, जिसकी माँ को शिकारियों ने मार डाला था। इसके बाद से बौद्ध भिक्षुओं ने वन्य जीव संरक्षण को और गंभीरता से लिया और यह सिलसिला लगातार जारी रखा। इस टेम्पल में 150 से ज्यादा बाघ हैं जो बौद्ध भिक्षुओं के साथ मिलजुलकर रहते हैं । इसलिए अब इस मंदिर का नाम टाइगर टेम्पल रख दिया गया है। अब तक यहां किसी भी बाघ ने किसी भी व्यक्ति पर हमला नहीं किया है।
इस मंदिर में दूर-दूर से पर्यटक आते हैं, जो अपनी आगे की जि़न्दगी के लिए एक रोमांचक अनुभव अपने साथ ले जाते हैं। बाघों के बीच घूमना और उन्हें करीब से देखने का अनुभव वे कभी भूल नहीं पाते।
आरोप यह भी
बौद्ध भिक्षुओं पर यह आरोप लगता रहा है कि यहां शेरों को किसी नशीली वस्तु को सेवन कराया जाता है। हालांकि अभी तक इस आरोप की पुष्टि नहीं हुई है।