युवा बदलेंगे देश की तकदीर
नामदेव न्यूज डॉट कॉम
अजमेर। जो काम तोप-तलवार नहीं कर सकती, वह काम शब्द कर दिखाते हैं। लोगों की सोई हुई अंतरआत्मा को कवि की हुंकार ही जगा सकती है। यह मानना है नामदेव समाज के युवा कवि हेमंत नामा का जो खुद कई मंचों पर अपनी ओजस्वी शैली में रचना पाठ कर चुके हैं।
हाल ही टोंक में आयोजित छीपा सप्तमी महोत्सव में मंच से उन्होंने वीर रस की कविताएं सुनाकर दाद हासिल की। नामदेव न्यूज डॉट कॉम से खास मुलाकात में इस नौजवान ने जीने के अंदाज की अलग ही परिभाषा पेश की। उनका कहना था कि देशभक्ति-देशप्रेम के बिना जीना बेकार है। यही वजह है कि वह वीर रस में रचनाएं गढ़ते हैं और मंच से लोगों में जागृति फूंकते हैं। इसके अलावा वे हास्य रस और शृंगार रस में भी महारथ रखते हैं।
मूलत: टोंक जिले के सोप कस्बा निवासी हेमंत नामा मुंबई, जोधपुर, अजमेर, जयपुर सहित कई शहरों में रचनापाठ कर चुके हैं। उनका मानना है कि युवा ही देश की तकदीर बदल सकते हैं।
हर रचना में संदेश
सुनकर कायर करतूतों को, अंगार धधकने लगते हैं…उनकी रचना हर मौके पर खासतौर पर पसंद की जाती है। गीदड़ दे कितनी भी धमकी, एक दिन वह मारा जाता है…यह रचना दुश्मन देश की नापाक नीयत को मुंहतोड़ जवाब देती है।
समाज के लिए हाजिर
कविराज हेमंत नामा ने बताया कि पढ़ाई के साथ ही कविता लेखन व कविता पाठ की ओर उनका रुझान रहा। अब तक वे कई मंचों पर रचनापाठ कर चुके हैं। समाज के मंच से बुलावा आने पर वह खुद को धन्य मानते हैं। उनका कहना है कि जब-जब समाज को उनकी जरूरत होगी, वह हाजिर होंगे।
एक परिचय
नाम-हेमंत नामा, मेड़तवाल
शिक्षा – एमए, बीएड
जॉब -स्कूल में कार्यरत, स्वयं का किराने व कपड़ों का व्यवसाय
पिता – नरसिंह लाल नामा
माता – संतरा देवी
रुचि – सिंगिंग, डांसिंग और राइटिंग
मोबाइल – 9928375211-9602628456
पता – सोप, तहसील उनियारा, जिला टोंक (राजस्थान)