असम में विधानसभा चुनावों के चलते एक बसा बसाया परिवार टूट गया। राज्य के एक गांव में रहने वाले एक मुस्लिम शख्स ने अपनी पत्नी को चुनाव के चलते तलाक दे दिया।
तलाक की यह घटना सोनितपुर जिले के दोनम अड्डाहाटी गांव की है। गांव के नेताओं ने एक फरमान जारी कर गांववालों के लिए कांग्रेस को अनिवार्य रूप से वोट देने के लिए कहा था। गांव में रहने वाले अइनुद्दीन की बीबी दिलवरा बेगम ने इस आदेश के खिलाफ जाकर अपना वोट बीजेपी के उम्मीदवार प्रमोद बोरा ठाकुर को दे दिया। जब उसने अपने पति को अपने फैसले के बारे में सूचित किया, तो वह गुस्से में आ गया। यहां तक कि उसे तलाक देने का भी फैसला कर लिया। एक वोट को लेकर अइनुद्दीन ने अपनी 10 साल की शादी तोड़ दी।
दरअसल, गांव के मुखिया लोगों का झुकाव कांग्रेस की तरफ बताया जाता है। ऐसे में उन्होंने पूरे गांव में एक फरमान जारी किया। जिसमें कहा गया कि चुनाव में गांव के हर व्यक्ति की तरफ से केवल कांग्रेस को ही वोट दिया जाए। लेकिन गांव में ही रहने वाली एक शादीशुदा मुस्लिम महिला इससे संतुष्ट नहीं थी। महिला ने इस फरमान के खिलाफ जाकर अपना वोट कांग्रेस को ना देकर बीजेपी को देने का फैसला किया। जब इसका पता उसके पति को चला तो उसने गुस्से में आकर अपनी पत्नी को तलाक दे दिया।