सोशल मीडिया का सहारा
नामदेव न्यूज डॉट कॉम
अजमेर। देशभर के नामदेव समाज में मृत्युभोज जैसी कुरीति से छुटकारा पाने की तड़प अब सोशल मीडिया का सहारा पाकर क्रान्ति बन गई है। समाज के कुछ वाट्स अप ग्रुप पर बकायदा मृत्युभोज के खिलाफ पंजीयन किया जा रहा है। खास बात यह है कि इसे समाजबंधुओं का अच्छा रेस्पोंस मिल रहा है और लोग बढ़-चढ़कर पंजीयन करा रहे हैं।
पूर्व में नामदेव न्यूज डॉट कॉम ने भी मृत्युभोज के खिलाफ अभियान चलाकर शृंखलाबद्ध समाचार-साक्षात्कार-परिचर्चाएं आयोजित की थीं। गोड़वाड़ समेत देश के कई हिस्सों में हालांकि मृत्युभोज पर पूर्णत पाबंदी है लेकिन बाकी जगह यह कुप्रथा अब भी समाज के आर्थिक विकास में बाधक बनी हुई है। केवल दिखावे के लिए कई जगह समाज की पंचायतों व अन्य संस्थाओं ने मृत्युभोज पर पाबंदी लगा रखी है जबकि सच यह है कि ज्यादातर इलाकों में यह कुप्रथा जारी है। लोग इसे सामाजिक प्रतिष्ठा से जोड़कर व परम्परा का निर्वाह बताकर इसे ढो रहे हैं। मृत्युभोज के विरोधियों ने इन दिनों वाट्स अप पर इसके खिलाफ कैम्पेन चला रखा है। इसके तहत मृत्युभोज के बहिष्कार की घोषणा करने वाले समाजबंधुओं से नाम मांगे जा रहे हैं।
यूं कराएं पंजीकरण
नामदेव युवा विचार मंच, नामदेव जन कल्याण मंच, नामदेव मशाल आदि वाट्स अप ग्रुप में मृत्युभोज का विरोध करने वाले समाजबंधुओं की लिस्ट चल रही है। लोग इसमें अपना नाम जुड़वाते जा रहे हैं और कारवां बढ़ता जा रहा है। महज ही कुछ दिनों में इस लिस्ट में सैकड़ों समाजबंधु अपना नाम जुड़वा चुके हैं।
समाजसेवी अशोक आर.गहलोत (अहमदाबाद) के मुताबिक ग्रुप्स से जुड़े लोग इस लिस्ट में सीधे ही अपना नाम एड करने की बजाय राजेन्द्र एम.छीपा के मोबाइल नंबर 07798321285 पर वाट्सअप या एसएमएस से अपना नाम व स्थान लिखकर भेज दें। रोजाना रात 10 बजे बाद यह सूची अपडेट कर उसमें नाम जोड़ दिए जाएंगे। अगले दिन यह सूची वाट्सअप ग्रुप्स पर डाल दी जाएगी। यह अभियान 15 अगस्त तक चलेगा।
देशभर से जुड़ रहे समाजबंधु
मुंबई निवासी राजेन्द्र एम.छीपा ने बताया कि 15 अगस्त को अंतिम सूची बनेगी और उसके आधार पर पम्फ्लेट तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पंजीकरण के लिए राजस्थान, एमपी, यूपी, आंध्रप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत अन्य राज्यों से समाजबंधु अपना नाम भेज रहे हैं।