नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र संघ के इकानॉमिक एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड पैसिफिक (ईएससीएपी) की रिपोर्ट में भारत को दक्षिण एशिया क्षेत्र में अव्वल घोषित किया है। यूएन की यह रिपोर्ट दुनिया भर के 119 देशों में व्यापार करने को लेकर सरकारों की बेहतर नीतियों पर आधारित है।
अपनी तरह की इस पहली रिपोर्ट में यह सर्वे किया गया कि दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों में व्यापार को लेकर सरकारों के नियम-कायदे कितने व्यापारमुखी है, किन देशों में आयात-निर्यात को लेकर नियम लचीले हैं, किन देशों ने ऐसी व्यवस्था स्थापित करने की कोशिश की है, जिससे व्यापार में लागत कम हो और उस देश का व्यापार विकसित हो सके।
सर्वे में पाया गया कि पूर्वी एशिया में सिंगापुर और रिपब्लिक ऑफ कोरिया व्यापार करने के लिहाज से सबसे बेहतर देश हैं। यूरोप और मध्य एशियाई देशों में रुस और तुर्की अपने यहां व्यापार को प्रोत्साहित करने में सफल रहें हैं, वहीं दक्षिण एशियाई देशों में भारत अपनी व्यापार उन्मुखी नीतियों के चलते अव्वल है।
यूएन के अंडर-सेक्रेटरी जनरल शमशाद अख्तर के अनुसार अब दुनिया के देशों को भविष्य की व्यापार पध्दितियों पर काम करना होगा। देशों को इलेक्ट्रॉनिक डाटा ट्रांसफर और उससे जुड़ी कानूनी रुकावटों को दूर करना होगा।
एशिया-प्रशांत क्षेत्र सालाना 250 अरब डॉलर का व्यापार करने की क्षमता रखता है, लेकिन ये तभी संभव है, जब इस क्षेत्र के सारे देश मिलकर भविष्य की व्यापार पद्धतियों पर काम करें।