मुंबई। विजय माल्या ने मोटी रकम लेकर यूएसएल के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। विजय माल्या ने लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकर यूनाइटेड स्पिरिट के नॉन एग्जिक्यूटिव चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। माल्या को अपना पद छोडऩे के लिए पांच साल में 7.5 करोड़ डॉलर मिलेंगे। जिसकी 4 करोड़ डॉलर की पहली किस्त अभी मिलेगी, बाकी 3.5 करोड़ डॉलर 5 किस्तों में मिलेगी।
माल्या ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि इस्तीफे से यूनाइटेड स्पिरिट और डियाजियो के साथ मेरे संबंधों को लेकर चल रही अनिश्चितता और आरोपों पर विराम लग जाएगा। माल्या ने डियाजियो के साथ 5 साल का नॉन कॉम्पिटिंग एग्रीमेंट किया है।
बता दें कि डियाजियो 2014 में यूनाइटेड स्पिरिट में कंट्रोलिंग हिस्सेदारी खरीदने के बाद से माल्या पर पद छोडऩे के लिए दबाव बना रहा था लेकिन माल्या इसके लिए तैयार नहीं थे।
बाजार यूएसएल से विजय माल्या के कंपनी से निकलने का जश्न मना रहा है और शेयर में तेजी है। दरअसल विजय माल्या ने मोटी रकम लेकर यूएसएल के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया है, ऐसे में इस तरह से विजय माल्या की बिदाई कई सवाल खड़े कर रही है।
बताया जा रहा है कि विजय माल्या इस डील के बाद भारत छोड़ रहे हैं, ऐेसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या बैंकों के लिए पैसे की वसूली संभव होगी। विजय माल्या की कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस पर 6960 करोड़ रुपये और यूबी, मैंगलोर केमिकल्स पर 1740 करोड़ रुपये यानि कुल 8700 करोड़ रुपये का कर्ज बाकी है।
वहीं विजय माल्या के यूएसएल से इस्तीफा देने के बाद ब्रोकरेज हाउस का कंपनी के शेयर पर भरोसा बढ़ गया है। एडेलवाइज के मुताबिक अब यूएसएल नॉन-कोर एसेट्स आसानी से बच सकेगी। साथ कंपनी के बैंकों के साथ रिश्तों में मजबूती आएगी। एडेलवाइस ने यूनाइटेड स्पिरिट्स का 1 साल का लक्ष्य बढ़ाकर 4600 रुपये तय किया है।
आईडीएफसी के मुताबिक विजय माल्या का चेयरमैन पद से इस्तीफा देना यूनाइटेड स्पिरिट्स के लिए बड़ा पॉजिटिव साबित होगा। आईडीएफसी का कहना है कि विजय माल्या के इस्तीफे से यूएसएल के प्रबंधन पर असमंजस खत्म होगा। वहीं विजय माल्या को रकम यूएसएल की जगह डियाजियो से मिलेगी, ऐसे में ये यूएसएल के लिए निगेटिव नहीं होगा।